06 दिसंबर: आज है डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि, जानें जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें

आज 06 दिसंबर 2025 है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज यानी 6 दिसंबर को पुण्यतिथि मनाई जाती है। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म महू में सूबेदार रामजी शकपाल तथा भीमाबाई के यहां 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। डॉक्टर अम्बेडकर को संविधान का जनक कहा जाता है। 06 दिसंबर 1956 को उनकी मृत्यु हुई थी। हर साल 06 दिसंबर के दिन को बाबा साहेब की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।

आज बाबा साहेब की है पुण्यतिथि

डाॅ. भीमराव अम्बेडकर विदेश जाकर अर्थशास्त्र डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाले पहले भारतीय थे। जब वह 1926 में भारत आए तब उन्हें मुंबई की विधानसभा का सदस्य चुना गया। वह आजाद देश के पहले कानून मंत्री बने।साल 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। 6 दिसंबर 1956 को डायबिटिज से पीड़ित होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। बाबासाहेब अंबेडकर भारतीय इतिहास के ऐसे महान व्यक्ति हैं जिन्होंने दलित समाज को सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करके एक अनोखी पहचान बनाई। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण है बाबा साहेब को सम्मान और श्रद्धांजलि देना है।

भारतीय संविधान के थे वास्तुकार

उनकी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में हर साल 6 दिसंबर को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है। ‘बाबासाहेब अंबेडकर’ के नाम से लोकप्रिय, वे भारतीय संविधान के वास्तुकार थे। वह प्रारूपण समिति के उन सात सदस्यों में भी थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत के संविधान का प्रारूप तैयार किया था। बाबासाहेब एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और प्रख्यात न्यायविद थे। जिन्होंने जाति प्रतिबंध, सामाजिक अन्याय को समाज से जड़ से दूर करने का भरसर प्रयास किया और इसमें अपना योगदान दिया। अंबेडकर ने बौद्ध धर्म पर एक किताब ‘बुद्ध और उनका धर्म’ लिखी. हालांकि इस पुस्तक का प्रकाशन उनकी मृत्यु के बाद हुआ। किताब लिखने के बाद 14  अक्टूबर, 1956 को खुद भी बौद्ध धर्म को अपना लिया। बौद्ध धर्म के अनुयायियों का मानना है कि उनके बुद्ध गुरु भी डॉ अम्बेडकर की तरह ही सदाचारी थे।‌बौद्ध अनुयायियों के अनुसार डॉ अम्बेडकर भी अपने कार्यों से निर्वाण प्राप्त कर चुके हैं। इसलिए उनके पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।