सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शुक्रवार को
68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की। गैर-फीचर फिल्म और फीचर फिल्म श्रेणी के अध्यक्ष गैर-फीचर ज्यूरी चित्रार्थ सिंह, सर्वश्रेष्ठ सिनेमा लेखन अध्यक्ष ज्यूरी अनंत विजय और फीचर फिल्म ज्यूरी सदस्य धर्म गुलाटी ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय में अवर सचिव नीरजा शेखर की मौजूदगी में नई दिल्ली में इन पुरस्कारों की घोषणा की। सर्वश्रेष्ठ हिन्दी फिल्म पुरस्कार तुलसीदास जूनियर और सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार सूराराय पोत्रू को दिया गया है। फिल्म तानाजी द अनसंग वॉरियर ने सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार जीता है।
विशन भारद्वाज को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार
विशन भारद्वाज को एक दो तीन दो किलोमीटर मरेंगे तो वहीं जाकर जीत के लिए सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार दिया गया है। सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जस्टिस डिले बट डिलीवर्ड तथा थ्री सिस्टर्स को मिला है।
सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार नाचम्मा को मिला
सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार फिल्म ए. के. अयप्पनम कोशियुम के लिए नाचम्मा को दिया गया है। सर्वश्रेष्ठ पुरूष गायक का पुरस्कार राहुल देशपांडे को मिला है।
फिल्म उद्योग देश में लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी है। संवाददताओं से बात करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि फिल्म उद्योग सामने बड़ी चुनौती के रूप में कोविड महामारी के बावजूद 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के लिए उत्कृष्ट प्रविष्टियां पहुंची थी। उन्होंने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के चयनकर्ता ज्यूरी सदस्यों के काम की भी प्रसंशा की। श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत में सर्वाधिक फिल्में बनती हैं और फिल्म उद्योग देश में लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करता है।