नैनीताल जिले में बीते कल सोमवार को कुमाऊँ विश्वविद्यालय का 19वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ।
कुमाऊँ की गेवाड़ घाटी के सांस्कृतिक तथा संगीतिक संदर्भ में किया शोध कार्य
जिसमें रीता पाण्डे कापड़ी को “चौखुटिया गेवाड़ के सांस्कृति एवं सांगीतिक क्षेत्र पर किये गये शोध कार्य हेतु उत्तराखंड के राज्यपाल द्वारा ”डॉक्टरेट” की उपाधि प्रदान की गयी। ग्राम- सतगढ़, पिथौरागढ़ निवासी डॉ. रीता पाण्डे कापड़ी को कुमाऊँ विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जरनल गुरमीत सिंह द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गयी। इन्होंने कुमाऊँ की गेवाड़ घाटी के सांस्कृतिक तथा संगीतिक संदर्भ में शोध कार्य किया है। इसके अंतर्गत चौखुटिया की सांस्कृतिक व ऐतिहासिक जानकारी के साथ लोक कलाकारों एवं उनकी लोक विधाओं का संकलन किया गया है। इच्छुक रसिकों एवं पाठकों हेतु यह शोध ग्रंथ सेंट्रल लाइब्रेरी नैनीताल में उपलब्ध है। शीघ्र अति शीघ्र इस शोध ग्रंथ को पुस्तक के रूप में भी प्रकाशित किया जाएगा। यह सभी उत्तराखंड वासियों के लिए बड़े ही हर्ष का विषय है।
इन्हें दिया श्रेय
हृदय से आभार ज्ञापित करते हुए लेखिका इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं अपने गुरु डॉ. गगनदीप होठी को देती हैं। डॉ. रीता पाण्डे विगत कई वर्षों से ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से संगीत विषय में नेट/जेआरएफ एवं सेट आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करा रही हैं। इनके द्वारा पढ़ाये गए अधिकांश विद्यार्थी नेट/जेआरएफ की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं।