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अल्मोड़ा: गैस सिलेंडर के मूल्य में लगातार बढ़ोत्तरी कर जनता पर आर्थिक बोझ डाल रही भाजपा सरकार- राजीव कर्नाटक

अल्मोड़ा: आज प्रेस को एक जारी बयान में कांंग्रेस के जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार गैस सिलेंडर के मूल्य में बढ़ोत्तरी कर जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने का कार्य कर रही है।आज पुनः माह की प्रथम तारीख को गैस सिलेन्डर के मूल्य में सरकार द्वारा पच्चीस रूपये की अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी कर दी गयी है।उन्होंने कहा कि गैस सब्सिडी के नाम पर बीस से तीस रूपये डालकर जनता को छलने का काम आज भाजपा सरकार कर रही है।उन्होंने कहा कि 1 जुलाई को भी गैस सिलेंडर पर पच्चीस रूपये और 17 अगस्त को पुनः गैस सिलेन्डर पर सरकार द्वारा पच्चीस रूपये की बढ़ोत्तरी करने के बाद आज पुनः 1 सितम्बर को गैस सिलेंडर के मूल्यों में पच्चीस रूपये की बढ़ोत्तरी कर दी गयी है जो कि मध्यमवर्गीय और गरीब वर्ग पर सरकार का स्पष्ट कुठाराघात है।

आम आदमी का जीना मुश्किल हो जाएगा

उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल के मूल्यों से जनता पहले से ही बेहद परेशान है।उस पर अब भाजपा सरकार यदि प्रत्येक 15 दिन में गैस सिलेण्डर के मूल्यों में पच्चीस रूपये की बढ़ोत्तरी करती रहेगी तो आम आदमी का जीना मुश्किल हो जाएगा।उन्होंने कहा कि इस विपरीत समय में लाकडाऊन के कारण लाखों लोगों की नौकरियां चली गयी हैं।लाखों लोग बेरोजगार हो गये हैं।लोगों के व्यवसाय चौपट हो गये हैं।आम आदमी की जेब में पैसा नहीं है।ऐसे में सरकार को लोगों को राहत देनी चाहिए परन्तु भाजपा सरकार जनभावनाओं के विरूद्ध लगातार महंगाई को बढ़ावा दे रही है।उन्होंने कहा कि जनता आज महंगाई से त्रस्त हो चुकी है।पर ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा की इस सरकार को जनता की पीड़ा से कोई लेना देना नहीं है।

व्यवसाइयों के ऊपर भी अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने का कार्य कर रही है

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार धरातल पर उतरकर आम आदमी की आर्थिक स्थिति का पहले आंकलन करे उसके बाद इस तरह के मूल्य बढ़ोत्तरी सम्बन्धित तुगलकी फरमान जारी करने का सोचे।उन्होंने कहा कि व्यवसायिक गैस सिलेण्डरों के मूल्यों में भी सरकार के द्वारा बेतहाशा बढ़ोत्तरी की जा रही है जबकि सरकार जानती है कि लाकडाऊन के बाद होटल,रेस्टोरेंट व्यवसाय भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।बजाय इन होटल,रेस्टोरेंट संचालकों को राहत देने के सरकार व्यवसायिक गैस सिलेण्डरों में मूल्यवृद्धि कर इन व्यवसाइयों के ऊपर भी अतिरिक्त आर्थिक बोझ डालने का कार्य कर रही है।

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