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अल्मोड़ा: मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिये किए जाए ठोस प्रयास- डीएम

अल्मोड़ा से जुड़ी खबर सामने आई है।जिलाधिकारी विनीत तोमर ने जनपद में मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर की बैठक चिकित्सा विभाग के  अधिकारियों के साथ नवीन कलेक्ट्रेट में की।

बैठक का आयोजन

इस बैठक में जिलाधिकारी ने विगत माहों में हुई मातृ-मृत्यु व शिशु-मृत्यु पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने मृत्यु के कारणों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में मातृ-मृत्यु दर व शिशु-मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिये ठोस प्रयास किये जाय साथ ही जिन गर्भवती महिलाओं की प्रसव की तिथि नजदीक हो तो उन्हें एएनएम के माध्यम से सभी प्रकार की सुविधा वाले चिकित्सालय में भर्ती कराया जाय जिससे जानमाल के खतरे को कम किया जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि समय-समय पर एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को खान-पान व स्वास्थ्य परीक्षण आदि की जानकारी दी जाय ताकि वें एक स्वस्थ्य बच्चें को जन्म दे सके, जनपद में समस्त गर्भवती महिलाओं कि समस्त जांच नियमित रुप से करते हुए आशा एवं एएनएम द्वारा उनकी जानकारी ली जाय तथा प्रत्येक माह के 9 तारीख को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृ अभियान दिवस को गर्भवती महिलाओं का महिला चिकित्सा द्वारा जांच एवं उनकी काउंसलिंग की जाय।
            
दिए यह निर्देश

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि गृभवती महिला का प्रसव चिकित्सालय में ही कराया जाय इसके लिये लोगों को जागरूक किया जाय। उन्होंने कहा कि कई मातृ-मुत्यु एवं शिशु-मृत्यु के जॉच कारणों में घर पर ही प्रसव कराया जाना पाया जाता है जिस कारण माता व बच्चें को स्वास्थ्य सुविधा समय से उपलब्ध नही हो पाती है।

बैठक में रहें उपस्थित

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आर0सी0पंत, डा0 योगेश पुरोहित, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास दीपक भटृट सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहें।

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