राज्य में चल रही 40 दिवसीय सद्भावना यात्रा कल 26 तारीख को अल्मोड़ा पहुंची थी । जिसका स्वागत करते हुए आज ग्रीन हिल्स ट्रस्ट द्वारा क्रांति कुटीर में चर्चा का आयोजन किया गया ।
बता दें कि क्रांति कुटीर कुमाऊँ क्षेत्र के जाने माने, प्रथम पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानी, पंडित हरगोविंद पंत का निवास रहा है । यात्रा के साथियों और ग्रीन हिल्स के सदस्यों के बीच कई विषयों पर चर्चा की गई ।
व्यक्तियों को आज की आवश्यकताओं के मुताबिक सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए
यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी साझा करते हुए यात्रा के संयोजक भुवन पाठक द्वारा कहा गया की यह आवश्यक है की समाज के सभी व्यक्तियों को आज की आवश्यकताओं के मुताबिक सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए और चाहे वह स्वयं इस तरह के सरोकारों के लिए आवाज ना उठा पाए परंतु जो लोग भी इस कार्य में लगे हुए हैं उनके प्रति अपना समर्थन अवश्य व्यक्त करे|
नशा उन्मूलन के लिए और जल, जंगल और जमीन से जुड़े मुद्दों के लिए आवाज उठानी होगी
यात्रा की सदस्या पद्मश्री बसंती दीदी का कहना था की समाज के लोगों को आपस में एकजुट होकर के नशा उन्मूलन के लिए और जल, जंगल और जमीन से जुड़े मुद्दों के लिए आवाज उठानी होगी और कार्य करना होगा ।
सभी संगठन एकजुट होकर इनके लिए आवाज उठायें
उ.प.पा के पी सी तिवारी ने बहुत विस्तृत तरीके से अपनी बात को रखते हुए इस बात पर जोर दिया की बहुत सारे संगठन अलग अलग तरीके से पर्यावरण, नशा उन्मूलन, एवं भू माफियाओं के खिलाफ काम कर रहे हैं परंतु जब तक ये बातें पुख्ता रूप से नीति निर्धारकों तक नहीं पहुँचती हैं और इन समस्याओं के निवारण के लिए नीतियाँ नहीं बनती हैं तब तक इन सभाओं का कोई औचित्य नहीं रह जाता है । इसके लिए जरूरी है की सभी संगठन एकजुट होकर इनके लिए आवाज उठायें अथवा अपना समर्थन व्यक्त करें ।
पंडित हरगोविंद पंत के जीवन के कार्यकलापों पर प्रकाश डाला गया
पं ० हरगोविंद पंत की पुत्र वधू लज्जा पंत द्वारा विस्तार से पंडित हरगोविंद पंत के जीवन के कार्यकलापों पर प्रकाश डाला गया की किस तरह से स्वतंत्रता संग्राम के साथ साथ समाज में फैली हुई कुरीतियों के खिलाफ वह आजीवन डटे रहे ।
ग्रीन हिल्स के कार्यों की विस्तार से चर्चा की गई
ग्रीन हिल्स ट्रस्ट की ट्रस्टी एवं सचिव डा वसुधा पंत द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्रीन हिल्स के कार्यों की विस्तार से चर्चा की गई । पहाड़ के युवाओं में फैल रही नशे की प्रवृति को लेकर भी उनके द्वारा चिंता व्यक्त की गई और कहा गया की इसके उन्मूलन के लिए युवाओं को उनके छात्र जीवन से ही रचनात्मक कार्यों की तरफ जोड़ना आवश्यक है| साथ ही इस बात पर जोर दिया की युवाओं में सामाजिक सरोकारों के प्रति चेतना जगाए बिना यह कार्य असंभव है । यह चेतना उनके विद्यालयी जीवन से ही उनमें पैदा की जा सकती है ।
इस चर्चा में असलम हुसैन, आनंदी देवी, भूपेन्द्र वल्दिया आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए । इसके साथ ही आज पूर्व प्रधानमन्त्री नेहरू जी की पुण्य तिथि पर श्रद्धांजली भी अर्पित गई|
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