March 29, 2024

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अल्मोड़ा: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर ‘फिलॉसोफी, कमीटमेंट एंड प्रॉस्पेक्ट्स’ विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का हुआ आयोजन

आज़ादी का अमृत महोत्सव के तहत सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा  राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर ‘फिलॉसोफी, कमीटमेंट एंड प्रॉस्पेक्ट्स’ विषय पर एक दिवसीय वेबिनार आयोजित हुआ।  इस वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो एम. एस. एम. (पूर्व कुलपति, एच. एन. बी. गढ़वाल), संरक्षक प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी (कुलपति, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा), मुख्य अतिथि रूप में प्रो. संजीव कुमार शर्मा ( कुलपति, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी (बिहार) होंगे । वेबिनार में वक्ता के रूप में डॉ उमंग सैनी (अध्यक्ष, आई टी विभाग),  वेबिनार के समन्वयक प्रोफेसर एस. सी जोशी ( अधिष्ठाता शैक्षिक),  सह समन्वयक डॉ भाष्कर चौधरी ( कार्यक्रम  संयोजक)ने शिक्षा नीति को लेकर विस्तार से मंथन किया।

हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर एम एस रावत ने अपने उद्बोधन में अपने विचार इस प्रकार व्यक्त किये

  हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर एम एस रावत ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विद्यालयों में विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया जाना चाहिए एवं विश्वविद्यालयों/ कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने हेतु सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को पहुंचाना चाहिए।
प्रोफेसर रावत ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम भाषा एवं विश्वविद्यालयों की संरचना आदि  के पुनर्गठन पर  जोर दिया।

प्रशासनिक  पुनर्रचना पर जोर डाला

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार शर्मा ने विद्यालयों,विश्वविद्यालयों, अकादमिक प्रशासनिक एवं प्रशासनिक  पुनर्रचना पर जोर डाला। उन्होंने कहा की केंद्रीय एवं राज्य विश्वविद्यालयों को मिलकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख बिंदुओं को शीघ्र ही लागू करने हेतु प्रयास करने होंगे।

नई नीति को लागू करने की बात कही

माननीय कुलपति सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी ने व्यवसायिक शिक्षा पाठ्यक्रमों में वर्तमान समय के अनुरूप नई नीति को लागू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से विश्वविद्यालयों के अंतर्गत संकाय विभागों संकाय एवं छात्रों के हित को ध्यान में रखकर कार्य करना होगा।

यह लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ उमंग सैनी ने नई शिक्षा नीति के तहत तकनीकी के प्रयोग के संबंध में जानकारी दी।  वेबीनार में अधिष्ठाता शैक्षिक प्रोफ़ेसर शेखर चंद्र जोशी ने राष्ट्रीय शिक्षानीति की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति को लेकर हम तैयारियां कर रहे हैं।
इस अवसर पर प्रो अमित  पंत ( संकायाध्यक्ष, विधि),प्रोफेसर ए.के. यादव रहे।  कार्यक्रम का संचालन प्रो शेखर चंद्र जोशी एवं सह-संयोजक डॉक्टर भास्कर चौधरी द्वारा किया गया ।