उत्तराखण्ड राज्य के जनपद अल्मोडा एवं नैनीताल के राष्ट्रीय राजमार्ग एन.एच.87 के अन्तर्गत क्वारब से भवाली मार्ग के सुधारीकरण /चौडीकरण में बरती जा रही लापरवाही के सम्बन्ध में पूर्व उपाध्यक्ष एन.आर.एच.एम. बिट्टू कर्नाटक ने केन्द्रीय सड़क परिवहन,राजमार्ग व जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी को अल्मोड़ा जिलाधिकारी के माध्यम से
ज्ञापन भेजा।
आपदा से अब तक यह मार्ग यात्रियों के लिये प्राण घातक सिद्व हो रहा है
ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कहा कि आपको अवगत कराना है कि भवाली से क्वारब तक के राष्ट्रीय राजमार्ग में वर्ष 2010-11 में आयी आपदा से अब तक यह मार्ग यात्रियों के लिये प्राण घातक सिद्व हो रहा है । वर्तमान समय में काफी लम्बे समय से उक्त मार्ग का चौडीकरण/सुधारीकरण कार्य किया जा रहा है जिसकी स्थिति वर्तमान में भी सन्तोषजनक नहीं है । लम्बे समय से लोधिया(अल्मोडा) के समीप क्वारब पुल -कांकडीघाट राष्ट्रीय राजमार्ग के चौडीकरण/सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है जिसकी प्रगति काफी धीमी (कछुआ चाल से कार्य किया जा रहा है) है जिस कारण इस मार्ग पर चलना दुभर हो रहा है । फलस्वरूप आये दिन दुर्घटनायें हो रही हैं । आपके संज्ञान में लाना है कि यह राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तराखण्ड के जनपद अल्मोडा,बागेश्वर तथा सीमान्त जनपद पिथौरागढ को जोडने का एक मात्र मार्ग है । पर्वतीय जनपदों में चिकित्सा व्यवस्था लचर न होने के कारण गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों को मैदानी क्षेत्रों में इसी राष्ट्रीय राजमार्ग में जोखिम उठाकर जाना पडता है । राष्ट्रीय राजमार्ग की अत्यधिक खराब स्थिति के कारण गर्भवती महिलाओं तथा गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों पर इसका सीधा प्रभाव पडता है और इस मार्ग में लगातार अप्रिय घटनायें घटित हो रही हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग के क्षति ग्रस्त होने के कारण पर्यटन व्यवसाय प्रभावित
राष्ट्रीय राजमार्ग के क्षति ग्रस्त होने के कारण पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हुआ है, परिणामस्वरूप उपरोक्त जनपदों के टैक्सी चालकों ,रैस्टोरैन्ट मालिकों,व्यवसायियों व छोटे दुकानदारों के साथ-साथ होटल व्यवसायियों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है । मार्ग अत्यधिक क्षतिग्रस्त होने के कारण इस मार्ग से पर्यटक नहीं आ रहे हैं । जिससे पर्यटन व्यवसाय तो खत्म होने की कगार में है वही दूसरी ओर इस व्यवसाय से जुडे पर्यटक गाइडों को भुखमरी का सामना करना पडा है । विगत दो वर्ष कोरोना महामारी के कारण इनका व्यवसाय बन्द रहा और अब राष्ट्रीय राजमार्ग की दयनीय दशा के कारण पुनः उपरोक्त को आर्थिक नुकसान उठाना पड रहा है । यह भी अवगत कराना है कि उपरोक्त जनपदों की मुख्य मण्डी हल्द्वानी होने के कारण यहां से दैनिक उपयोग की समस्त वस्तुयें स्थानीय नागरिकों को उपलब्ध कराने में व्यापारियों को काफी कठिनाई से गुजरना पड रहा है ।
वर्ष 2010-11 से वर्तमान तक किये गये कार्यो की गहनता से जांच की जाये
उपरोक्त की समस्त जानकारी राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को होने के बाद भी उनके द्वारा कार्य के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है और आपदा के मलबे को हलवे के रूप में लेकर इनके द्वारा खूब लूट -खसोट की जा रही है । आपसे अनुरोध है कि उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग में क्वारब से भवाली तक किये जा रहे कार्यो में शिथिलता/लापरवाही बरतने और उक्त मार्ग में वर्ष 2010-11 से वर्तमान तक किये गये कार्यो की गहनता से जांच कराते हुये दोषी अधिकारियों के विरूद्व कठोर कार्यवाही करने तथा उक्त मार्ग में लगातार हो रही दुर्घटओं एवं घातक परेशानियों से पर्वतीय जनपदों के नागरिकों को निजात दिलाने की महति कृपा करें ।