March 29, 2024

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अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय ने आज मनाया अपना प्रथम स्थापना दिवस समारोह

सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा के प्रथम स्थापना दिवस समारोह के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माननीय विधानसभा उपाध्यक्ष, उत्तराखंड सरकार  श्री रघुनाथ सिंह चौहान जी एवं अध्यक्ष रूप में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी,अधिष्ठाता प्रशासन प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट, कुलसचिव श्री सुधीर बुढाकोटी, डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट (विश्वविद्यालय कार्याधिकारी आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर संगीत विभाग की छात्राओं ने इजुली दे वरदान गीत गाकर सरस्वती वंदना का गायन कर अतिथियों का स्वागत किया।  इस अवसर पर कार्यक्रम के अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

विश्वविद्यालय के सृजन के बाद यहां निरंतर विकास हो रहा है

कार्यक्रम में कुलसचिव सुधीर बुढाकोटी ने विश्वविद्यालय की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सृजन के बाद यहां निरंतर विकास हो रहा है, यह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि यहां वोकेशनल स्टडीज सेंटर की स्थापना हुई है जिसमें विद्यार्थियों औद्योगिक संस्थानों से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। विश्वविद्यालय के  पिथौरागढ़ और बागेश्वर परिसर के हस्तांतरित की प्रक्रिया गतिमान हैं। यहां 6 संकाय के साथ व्यावसायिक अध्ययन केंद्र को मिलाकर 7 संकाय संचालित हो रहे हैं।  विश्वविद्यालय के प्रबंधन के लिए अधिष्ठाता बनाये गए हैं। विश्वविद्यालय में प्रतिवर्ष के स्थापना दिवस पर मनाया जाएगा। उन्होंने सभी को बधाइयाँ दी।

भविष्य में यह विश्वविद्यालय मील का पत्थर साबित होगा

मुख्य अतिथि रूप में विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा 40-50 के दशक में सोबन सिंह जीना जी ने स्थापित किया।  अम्बादत्त पंत आदि विद्वानों ने अपनी बौद्धिकता से इसे सींचा है। पहले संघटक महाविद्यालय, फिर परिसर बना और आज यह स्वप्नों का विश्वविद्यालय बन गया। भविष्य में यह विश्वविद्यालय मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो भंडारी के निर्देशन में बेहतर कार्य किया जा रहा है। उनको बधाइयाँ। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय के संरचनात्मक आवश्यकताओं के लिए प्रयास किया जाएगा। प्रशासनिक भवन के लिए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं। शीघ्र ही हमें इस हेतु भूमि प्राप्त हो जाएगी। इस विश्वविद्यालय को  प्रथम श्रेणी में लाने के लिए हम प्रयास करें। उन्होंने सभी शिक्षकों को बधाइयाँ दी। विश्वविद्यालय के विकास के लिए हम निरंतर प्रयास प्रयासरत हैं। यह सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो। इसके लिए हम सबका प्रयास जरूरी है।

गोल्ड मेडल दिए जाएंगे

अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. नरेंद्र सिंह भण्डारी ने प्रथम स्थापन दिवस के अवसर पर सबको बधाइयाँ दी। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक वर्ष 13 अगस्त को  स्थापना दिवस पिथोरागढ़ और बागेश्वर परिसरों में मनाएंगे।
विद्यार्थियों को 2 गोल्ड मेडल दिए जाएंगे स्वर्गीय कुशल सिंह बिष्ट के नाम से विधि में सर्वोच्च अंक पाने वाले छात्र और राधिका बिष्ट के नाम से  बीएड में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दिया जाएगा। प्रो भंडारी ने कहा कि हम 80 प्रतिशत विश्वविद्यालय के स्वरूप को पा चुके हैं। सफलता के साथ परीक्षा परिणाम घोषित हो गए हैं।
हम प्रशासनिक व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए अनुभवी शिक्षकों के सहयोग से  हमने कुछ बेहतर परिवर्तन किया है। हमने विकेंद्रीकरण किया है। अब हम निश्चित ही प्रगति करेंगे। छात्रों को लेकर संबोधन में कहा कि छात्रों का विश्वास जीतकर हम सभी कार्य करें। हम एक अच्छी शिक्षा व्यवस्था दें। प्रत्येक विभाग वर्क कल्चर विकसित करें और सकारात्मक रहकर हम छात्रों को दिशा दें।
उन्होंने कहा कि हमने स्वामी विवेकानंद केंद्र की स्थापना, हरेला पीठ की स्थापना कर दी गयी है और देशज विरासत केंद्र, महिला केंद्र की स्थापना, वैदिक विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए तैयारी कर ली गयी है।  उन्होंने कहा कि NEP 2020 के लिए हम तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने प्रत्येक विभाग में बेहतर शिक्षा के लिए मनोयोग से कार्य करने के लिए निर्देशित किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी ने सभा को संबोधित किया

इस अवसर पर वर्चुअल रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के स्थापना के एक वर्ष पूर्ण होने पर कुलपति प्रो भंडारी एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार की सराहना करता हूँ। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय निरंतर ऊंचाइयां छुवे, इसके लिए मेरी शुभकामनाएं हैं। भविष्य में इस विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में भागीदारी करूँगा।

सम्मानित किया गया

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्थापना  में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शिक्षकों और कर्मियों को  शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। जिनमें प्रो जगत सिंह बिष्ट (निदेशक शोध एवं प्रसार निदेशालय), प्रो सुशील जोशी (परीक्षा नियंत्रक), प्रो नीरज तिवारी( पूर्व निदेशक), प्रो जया उप्रेती( पूर्व DSW), प्रो अनिल यादव (पूर्व कुलानुशासक), प्रो. डी. के. भट्ट, डॉ देवेंद्र बिष्ट (विशेष कार्याधिकारी), डॉ नवीन भट्ट (योग विभागाध्यक्ष), लियाकत अली (क्रीड़ा प्रभारी), देवेंद्र पोखरिया (विश्वविद्यालय कर्मी) आदि को सम्मानित किया गया।

यह रहे उपस्थित

कार्यक्रम का संचालन योग विभागाध्यक्ष डॉ. नवीन भट्ट ने किया।
इस अवसर पर डॉ देवेंद्र सिंह बिष्ट (विश्वविद्यालय कार्याधिकारी), कुलसचिव श्री सुधीर बुढाकोटी, प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट ( अधिष्ठाता प्रशासन),प्रो के. सी. जोशी ( अधिष्ठाता वित्त/बजट), प्रो जगत सिंह बिष्ट ( निदेशक, शोध एवं प्रसार निदेशालय), प्रो इला साह (अधिष्ठाता छात्र कल्याण), डॉ मुकेश सामंत (कुलानुशासक), प्रो शेखर जोशी (अधिष्ठाता शैक्षिक),प्रोफेसर नीरज तिवारी,प्रो जया उप्रेती, प्रो अनिल कुमार यादव,प्रो पुष्पा अवस्थी (संकायाध्यक्ष, कला),  प्रो ए. के. पंत ( संकायाध्यक्ष, विधि), प्रो सोनू द्विवेदी (संकायाध्यक्ष,दृश्यकला संकाय), प्रो डी के भट्ट, प्रो अरविंद अधिकारी,  प्रो एस डी शर्मा, प्रो.के.एन. पांडे, प्रो एच बी कोठयारी, श्री लियाकत अली (विश्वविद्यालय क्रीड़ा प्रभारी), डॉ बचन लाल, डॉ दीपक सागर, डॉ मनोज बिष्ट, डॉ गौरव कर्नाटक, डॉ मंजूलता उपाध्याय, डॉ प्रीति आर्या, डॉ सबीहा नाज, डॉ ललित चंद्र जोशी, श्री विपिन जोशी, श्री देवेंद्र पोखरिया, श्री कैलाश छिमवाल, श्री  श्री देवेंद्र धामी, श्री त्रिलोक बिष्ट, विनीत कांडपाल, जयवीर सिंह नेगी  सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी, प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्रायें, छात्रसंघ पदाधिकारी शामिल हुए।