देश के पहले सी डी एस जनरल बिपिन चंद्र रावत की असमय मृत्यु पर उत्तराखण्ड लोक वाहिनी ने गहरा दुख व्यक्त किया है ।
असमायिक मृत्यु राष्ट्र के लिये अपूर्णीय क्षति-
एड.जगत रौतेला की अध्यक्षता मे आयोजित बैठक का संचालन पूरन चन्द्र तिवारी ने किया । इस अवसर पर कटक पालिका अल्मोडा के पूर्व उपाध्यक्ष जंगबहादुर थापा , दयाकृष्ण काण्डपाल व अजयमित्र सिह बिष्ट ने कहा कि जनरल रावत की असमायिक मृत्यु राष्ट्र के लिये अपूर्णीय क्षति है जनरल बी सी जोशी के बाद जनरल बिपिन चन्द्र रावत देश के दूसरे बड़े सैन्य अधिकारी है जिनकी सेवा काल मे ही असमय मौत हो गई. अध्यक्षता कर रहे एड. जगत रौतेला ने कहा कि देश के सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले वायुयान मे जनरल रावत अपनी पत्नी के साथ मारे गये यह देश के लिये अपूर्णीय क्षति है । उ लो वा ने जनरल बी सी रावत सहित इस घटना मे मारे गये सभी सेन्य अधिकारियो व उनके साथ यात्रा मे शामिल अन्य तेरह लोगो को अपनी श्रद्धान्जली दी है।
यह लोग रहें शामिल-
शोक सभा मे रेवती बिष्ट, अजय मेहता ,कुणाल तिवारी,सुरेंद्र सिंह बिष्ट, हरीश ,हारिस मुहम्मद, सुशीला भण्डारी , बिशन दत्त जोशी , कमलेश थापा, शमशेर जंग गुरुग, पुष्पा बिष्ट,माधुरी मेहता आदि शामिल रहे ।
श्रद्धांजलि अर्पित की-
श्रीमती रेवती बिष्ट ने कहा कि जनरल बी. सी.रावत जी का परसो ही तो बयान आया था की देश की सुरक्षा का काम कैसे होगा। शाम ही समाचार आने लगे तो लगा ये सब सही नही है। बड़ा ही आघात सबको लगा कि यह कैसे हो सकता है। आंखों पर विश्वास ना करते हुए भी आंखें भर आई। उस दिन जब जनरल बी. सी.जोशी पर सुना तो ऐसा ही आघात सबको लगा कि अभी तो वे सुबह- सुबह खेलने निकले थे.छोटा सैनिक हो या बड़ा सैनिक अधिकारी सभी नियति के आगे बेबस हैं.दोनों का साथ जाना श्री बी. सी.रावत और श्रीमती रावत का विवाह का वादा पूरा करने जैसा लगा,पर परिवार पर जो बीती वह तो वही जानते होंगे। उत्तराखंड में अधिकतर सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते हुए सैनिक की भावनाएं जान सकते हैं कि किस तरह परिवार से दूर भी रहना पड़ता है और कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उत्तराखंड वासियों को जनरल बी. सी.रावत की विलक्षण प्रतिभा और उनकी देश के प्रति सेवाओं को याद करते हुए उन सभी सैनिकों को भी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।