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आजादी के अमृत महोत्सव:75 सबसे ऊंचे दर्रों पर फहराया जाएगा तिरंगा

हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ । इसी आजादी को अब 75 साल पूरे हो रहे हैं। इस अवसर पर पूरा भारत एक बार फिर से खुशी और उत्सव मना रहा है, आजादी के अमृत महोत्सव नाम से पूरे देश में हर रोज नए-नए उत्सव मनाएं जा रहे हैं। सभी मंत्रालय इस उत्सव में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। कुल मिलाकर सभी उन तीन रंगों में रंग रहे हैं, जिसे देख कर आजादी की सुखद अनुभूति होती है।

15 अगस्त को भारत के सबसे ऊंचे 75 दर्रों पर फहरेगा तिरंगा

बीआरओ यानि सीमा सड़क संगठन ने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोहों की शुरुआत कर दी है। बीआरओ 15 अगस्त को भारत के सबसे ऊंचे 75 दर्रों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएगा। इसके अलावा बीआरओ देशभर में कल्याणकारी और देशभक्ति से सम्बंधित गतिविधियों, कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। इसके तहत 75 चिकित्सा शिविर लगाये जा रहे हैं, 75 स्थानों पर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है और बातचीत तथा व्याख्यान के जरिये बच्चों को प्रेरित करने के लिए 75 स्कूल संवाद किये जा रहे हैं।

उत्तराखंड में महानायकों का सम्मान किया

बीआरओ ने सात अगस्त को उत्तराखंड के पीपलकोट और पिथौरागढ़ तथा सिक्किम के चांदमारी में वीरता पुरस्कार प्राप्त और युद्ध के महानायकों का सम्मान किया। पिथौरागढ़ में बीआरओ की ओर से आयोजित ‘परियोजना हीरक’ समारोह में शौर्य चक्र विजेताओं ईईएम प्रेम सिंह, नायक चंद्र सिंह, चालक राम सिंह और डीएमई दमर बहादुर के निकटस्थ परिजनों को प्रशस्ति चिह्न भेंट किये गए। पीपलकोट में अलग से आयोजित एक समारोह में बीआरओ के ‘परियोजना शिवालिक’ के तहत कीर्ति चक्र विजेता मेजर प्रीतम सिंह कुंवर, शौर्य चक्र विजेता (मरणोपरान्त) लांस नायक रघुबीर सिंह और शौर्य चक्र विजेता नायब सूबेदार सुरेन्द्र सिंह के परिजनों को सम्मानित किया गया।

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