बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। यहां वीरागंना ग्राम पंचायत महिला जनप्रतिनिधि संगठन ने सीएमओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
इन समस्याओं से ग्रामीण परेशान-
जिसमें कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैजनाथ के हाल बेहाल हैं। वहां एक महिला डाक्टर हैं। वह अवकाश पर रहती हैं तो अतिरिक्त महिला डाक्टर नहीं होने से गर्भवतियों को परेशानी होती है। सरकार के लाख दावों के बावजूद दवा बाहर से लिखी जा रही है। सुदूर गांवों से आने वाली गर्भवती और बच्चों को दवा की पर्ची लेकिर दर-दर भटकना पड़ रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट में डाक्टरों की कमी है। यहां भी दवाइयां बाहर से लिखी जा रही हैं। स्टाफ नर्स के दो पद लंबे समय से रिक्त हैं। अल्ट्रासाउंड और एक्सरे मशीनों को जंग लग गया है। उन्हें संचालित करने के लिए डाक्टर नहीं हैं। शौचालय, कर्मचारी आवास तक नहीं बन सके हैं। गांवों में एएनएम नियमित नहीं रहती हैं। जिससे गर्भवती और बच्चों का टीकारण प्रभावित हो गया है।
सड़कों पर उतरने की दी चेतावनी-
जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का तत्काल निदान करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को दरकिनार किया गया तो वह सड़कों पर उतर कर अपने हकों की जंग शुरू करेंगे। उन्होंने रिखाड़ी गांव में मिनी स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने की मांग की।
यह लोग रहें मौजूद-
इस दौरान रवाइंखाल के नैल, ओखलसों, मालूझाल, खबडोली, गनीगांव की महिलाओं ने एएनएम सेंटर खोलने की मांग की। इस मौके पर गीता तिवारी, विमला देवी, पुष्पा देवी, सुनीता देवी, गंगा देवी, नीमा देवी,विद्या देवी, तारा देवी, हेमा पंत, कविता देवी, मीना देवी मंजू बोरा आदि मौजूद रहे।
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