केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड- सी बी एस ई ने दसवीं की बोर्ड परीक्षा में विवादित प्रश्न वापस ले लिए हैं और विद्यार्थियों को इसके लिए पूर्ण अंक दिए जाने का फैसला किया है।
यह था प्रश्न
प्रश्न पत्र के गद्यांश में लिखा था, “पत्नियों ने पतियों का कहना मानना बंद कर दिया है। यही मुख्य वजह है कि बच्चे और नौकर अनुशासनहीन हो गए हैं।”एक अन्य वाक्य में लिखा है, “अपने पति के तौर-तरीके को स्वीकार करके ही एक मां अपने से छोटों से सम्मान पा सकती है।”गद्यांश की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोगों का कहना है कि CBSE ने महिलाओं का अनादर किया है।
विशेषज्ञ समिति का गठन किया था
इस मुद्दे पर आलोचना के बाद बोर्ड ने पूरी तरह समीक्षा करने और प्रश्न-पत्र बनाने की प्रक्रिया को मजबूत बनाने तथा इसकी पुनावृत्ति नहीं होने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था।
पैसेज को महिला विरोधी बताया
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अंग्रेजी के प्रश्नन-पत्र में आए पैसेज को महिला विरोधी बताया और सीबीएसई बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय से इस प्रश्न को वापस लेकर माफ़ीनामे की मांग की।
सीबीएसई समानता और उत्कृष्टता के प्रति वचनबद्ध है
इस बीच सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि अंग्रेजी भाषा और लिटरेचर पेपर के एक सेट में पूछा गया पैसेज बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुरुप नहीं था । सी बी एस ई ने एक वक्तव्य में कहा है कि वह शिक्षा में समानता और उत्कृष्टता के प्रति वचनबद्ध है।