April 20, 2024

Khabribox

Aawaj Aap Ki

आतंकवाद के अभिशाप की कोई सीमा नहीं, ईद-अल-अज़हा से ठीक पहले बग़दाद में बम हमले की कठोर निन्दा 

मिली जानकारी के अनुसार बग़दाद के अल-सद्र सिटी में हुए इस घातक बम हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हुई है और अनेक अन्य घायल हुए हैं ।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इराक़ की राजधानी बग़दाद के एक व्यस्त बाज़ार में ‘भयावह बम हमले’ की कड़े शब्दों में निन्दा की है । ईद-अल-अज़हा से ठीक पहले किये गए इस हमले में आम लोगों को निशाना बनाया गया है ।

आतंकवाद के अभिशाप की कोई सीमा नहीं

यूएन महासचिव की ओर से उनके उपप्रवक्ता फ़रहान हक़ ने एक बयान जारी कर कहा कि यह हमला ध्यान दिलाता है कि आतंकवाद के अभिशाप की कोई सीमा नहीं है ।यह बम विस्फोट अल-वुहेलत बाज़ार में उस समय हुआ जब स्थानीय लोग, मंगलवार को ईद-अल-अज़हा के त्योहार की तैयारियों में जुटे थे ।
महासचिव गुटेरेश ने पीड़ितों के परिजनों, इराक़ की सरकार व जनता के प्रति अपनी गहरी सम्वेदना प्रकट की है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है ।
महासचिव ने इस अपराध के दोषियों को त्वरित ढँग से न्याय के कटघरे में लाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है ।

गहरा शोक प्रकट किया है

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने इस हमले में हुई मौतों और लोगों के ज़ख़्मी होने पर गहरा शोक प्रकट किया है, जिनमें बच्चे भी हैं ।
इराक़ में यूनीसेफ़ की प्रतिनिधि शीमा सेन गुप्ता ने कहा कि ईद-अल-अज़हा से ठीक पहले हुआ यह भयावह हमला, दुखद ढँग से उस हिंसा की याद दिलाता है जिसका सामना इराक़ी बच्चों को करना पड़ रहा है । ये बच्चे अपने परिवारों के साथ, ख़ास दिन के लिये बस तैयारी कर रहे थे ।

दाएश नैटवर्क को इस हमले के लिये ज़िम्मेदार ठहराया गया

मीडिया रिपोर्टों में इस हमले को बग़दाद में पिछले छह महीनों का सबसे घातक बम हमला क़रार दिया गया है  । ख़बरों के अनुसार इस्लामिक स्टेट (दाएश) नैटवर्क को इस हमले के लिये ज़िम्मेदार ठहराया गया है, जिसके एक आतंकी ने विस्फोटकों की पेटी बाँध रखी थी ।

सभी पक्षों से एक सुरक्षित इराक़ की दिशा में क़दम बढ़ाने की पुकार

यूएन की वरिष्ठ अधिकारी ने आगाह किया कि बच्चों की हर समय रक्षा की जानी होगी और किसी भी प्रकार की हिंसा के माहौल से दूर, एक सुरक्षित माहौल में उनकी परवरिश की जानी होगी ।
उन्होंने इस दुखद घड़ी में इराक़ में सभी पक्षों से एक सुरक्षित इराक़ की दिशा में क़दम बढ़ाने की पुकार लगाई है, जहाँ बच्चे भय से दूर होंगे और बुनियादी अधिकार हासिल होंगे ।