अल्मोड़ा: इस वर्ष 2021 का विक्टोरिया क्राॅस कैप्टन गजे घले पुरस्कार कुमाउनी लेखक घनानंद पांडे ‘मेघ’ (लखनऊ) को देना तय हुआ है । बागेश्वर में आयोजित होने वाले तीन दिवस 13 वां राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन में उनको पुरूस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा।
कुल एक दर्जन पुस्तकें हो चुकी हैं प्रकाशित
लेखक घनानंद पांडे ‘मेघ’ का जन्म 2 नवंबर, 1952 को पिथौरागढ़ जनपद के नैनी (उड़ाई)गाँव में हुआ था। वह हिंदी और कुमाउनी दोनों भाषाओं में लेखन करते हैं। उनकी नरै (कुमाउनी गीत संग्रह), कल्पनाओं का सावन, पावन माटी का लाल: मेजर उत्तम सिंह सामंत समेत कुल एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। सैन्य पृष्ठभूमि पर लेखन करने के साथ-साथ उन्होंने कुमाउनी में सरस गीतों की रचना भी की है।
13 वें राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन में दिया जायेगा पुरूस्कार
काफी विचार विमर्श के बाद चयन समिति द्वारा घनानंद पांडे ‘मेघ’ का नाम घोषित किया गया है। समिति के सचिव सचिव व ‘पहरू’. संपादक डॉ. हयात सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि
लेखक घनानंद को यह पुरस्कार कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति कसारदेवी, अल्मोड़ा व ‘पहरू’ मासिक पत्रिका द्वारा आगामी 25, 26 व 27 दिसंबर, 2021 को होटल नरेंद्रा पैलेस, बागेश्वर में आयोजित होने वाले तीन दिनी 13 वें राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन में दिया जायेगा। श्री मेघ को पुरस्कार के रूप में पांच हजार एक सौ रू. की नकद धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जायेगा ।