हल्द्वानी से जुड़ी खबर सामने आई है। साइबर ठगों का जाल बढ़ता जा रहा है। जो अलग अलग पैतरे अपनाकर लोगों को ठग रहें हैं।
जानें पूरा मामला
एक ऐसा ही मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार लामाचौड़ स्थित गुरीपुर जीवानंद निवासी निखिलेश गुणवंत एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। उन्होंने पुलिस को तहरीर दी। जिसमें बताया कि 01 अप्रैल को उनके पास फोन आया। बात करने वाले ने खुद को मुंबई साइबर क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। उसने कहा कि ताइवान जा रहे एक कूरियर में निखिलेश का आधार कार्ड लगा है। उस कूरियर में मादक पदार्थ एमडीएमए, लैपटॉप और अन्य सामान है। इसके बाद जालसाज ने पहले मुंबई रिपोर्ट करने को कहा लेकिन न पहुंच पाने की स्थिति में स्काइप एप के माध्यम से वीडियो कॉल की और बैंक खातों की जानकारी भी मांग ली। इसके बाद अरेस्ट वारंट की धमकी देकर दो बैंक खातों में दो बार में एक लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद रकम मिलने पर ठगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को वीडियो कॉल पर ही हाथ बांधकर बैठने को बोला और मोबाइल आदि इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी। करीब 10-15 मिनट बाद कॉल खुद कट गई।
जांच की शुरू
वहीं कमरे में डरे-सहमे इंजीनियर को देखकर परिवार ने पूछा मामला खुला। जिसके बाद पुलिस में तहरीर दी। युवक की तहरीर पर पुलिस ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।