हल्द्वानी से जुड़ी खबर सामने आई है। हल्द्वानी में पर्वतीय सांस्कृतिक उत्थान मंच की मंगलवार को एक बैठक हुई।
कहीं यह बात
इस बैठक में मुद्दे( एजेंडे ) से हटकर होने पर संरक्षक हुकम सिंह कुंवर ने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि पूर्व में तय आजीवन सदस्यों, संस्थापक सदस्यों ,कार्यकारणी सदस्य,वर्तमान व पूर्व पाधिकारियों को आमंत्रित करने की बात तय थी। कुंवर ने कहा 1982 में मंच की भूमि के लिए जेल गया था। मुझे पद से एक तरफा पद मुक्त कर मेरा अपमान किया है। फिर भी में मंच को समर्थन देने के लिए कृत संकल्प हूं। मेरी वजह से मंच कमजोर नही होगा। कहा मंच से जुड़े पुराने जमाने से जुड़े सदस्यों ने बैठक को एजेंडे से अलग और तय लोगों के बजाय परिवार विशेष के लोगों के अलावा अन्य समुदायों के लोगों को बुलाकर बैठक को विवादित करने का काम करने वालों की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा बैठक की गरिमा होनी चाहिए थी। संरक्षक हुकम सिंह कुंवर ने कहा संस्थापक सदस्य हरीश मेहता और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल जो मंच के संस्थापक उपाध्यक्ष भी रहे हैं। मंच के महासचिव उमेश जोशी,कार्यकारणी सदस्य शोभा बिष्ट, बृज मोहन बिष्ट,सहित अन्य सदस्यों के अनुरोध पर हम लोग बैठक मैं गए थे। पर वहां पर व्यक्तिगत बातों को लेकर चर्चा होने लगी। उन्होंने वहां पर मंच में चल रही बयान बाजी के लिए खेद भी व्यक्त किया। कहा बयान बाजी दोनों तरफ से नही होनी चाहिए।
बैठक की होनी चाहिए गरिमा- पृथ्वी पाल सिंह
मंच के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट पृथ्वी पाल सिंह रावत ने कहा कि बैठक की गरिमा होनी चाहिए थी। मंच किसी दवाब में आकर काम करेगा तो न्याय नही हो सकता है। अगर मंच कोई समाधान चाहता है तो जिम्मेदार लोगों की बैठक शीघ्र बुलाई जाए।
बैठक में रखें विचार
बैठक को एजेंडे से विपरीत ले जाने पर प्रकाश सिंह बोरा,कमल जोशी,श्याम सिंह नेगी,शोभा बिष्ट,लक्ष्मण सिंह मेहरा, आदि ने आपत्ति व्यक्त की है। बैठक में पूर्व अध्यक्ष नगरपालिका हेमंत सिंह बगड़वाल, सौरभ भट्ट, कैलाश जोशी,खड़क सिंह ने विचार रखे। संरक्षक हुकम सिंह कुंवर ने पूरी जानकारी संस्थापक सदस्य हरीश मेहता,भुवन जोशी, किरन पांडे,प्रेम सिंह अधिकारी,डॉक्टर महेंद्र सिंह पाल जी को दे दी है।