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पूरे देश में कोरोना संक्रमण के बाद ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ने बढ़ने लगा है। सभी राज्यों में बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद से ब्लैक फंगस का खतरा भी बढ़ गया है। वही ब्लैक फंगस से जुड़ी राहत की खबर सामने आई है।
कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों में अब ब्लैक फंगस इंफेक्शन का हो रहा खतरा-
कोरोना संक्रमण का कहर अब कम हो रहा है, वही अब
कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों में अब फंगल इंफेक्शन ‘म्यूकोरमाइकोसिस’ का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिससे लोग अब ब्लैक फंगस का शिकार हो रहे हैं। जिसके बाद राज्यों में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है।
ब्लैक फंगस के इलाज के लिए बनी टैबलेट-
हैदराबाद में शोधकर्ताओं ने ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के इलाज के लिए एक ओरल सॉल्यूशन तैयार किया है और वे इस टेक्नोलॉजी को हस्तांतरित करने के लिए तैयार भी हैं। आईआईटी हैदराबाद ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए टैबलेट बनाई है। ब्लैक फगंस की दवा एम्फोटेरिसिन बी को टैबलेट के रूप में तैयार किया है।
जाने कितनी होगी कीमत-
आईआईटी ने कहा कि 60 मिलीग्राम की दवा रोगी के लिए अनुकूल होती है और यह दवा शरीर में धीरे-धीरे नेफ्रोटॉक्सिसिटी (किडनी पर दवाओं और रसायनों के दुष्प्रभाव) को कम करती है। आईआईटी के अनुसार इस दवा की कीमत करीब 200 रुपये होगी। यह दवा ब्लैक फंगस के सिवा फंगल निमोनिया, काला जार जैसे जानलेवा फंगल बीमारी के लिए काफी कारगर है।
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