देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए है। भारत ने इंटरनेट क्रांति में बड़ा कदम बढ़ाया है। इसके लिए भारत में एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक की एंट्री का रास्ता साफ हो गया है।
आशय पत्र जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ दिनों पहले दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने स्टारलिंक को आशय पत्र जारी कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने स्टारलिंक को आशय पत्र जारी कर दिया है। इससे पहले सरकार ने यूटेलसैट वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस को भी लाइसेंस जारी किए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले 6 मई को केंद्रीय दूरसंचार राज्यमंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा था कि, “स्टारलिंक के लिए परमिट थोड़ा जटिल मुद्दा है। हमें कई एंगल से देखना होगा और इनमें सुरक्षा एक बड़ा एंगल है। निश्चित रूप से, चूंकि ये अंतिम चरण में है, हम इस पर फिर से विचार करेंगे।”
उपलब्ध कराती है यह सुविधा
दरअसल स्टारलिंक एक उपग्रह आधारित इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करती है। यह अमेरिकी एयरोस्पेस और स्पेस ट्रांसपोर्ट बिजनेस अपने सैटेलाइट नेटवर्क के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इसे एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने स्थापित किया है। यह सैटेलाइट तकनीक का उपयोग करके दुनिया भर में हाई स्पीड वाली, तेज ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराती है।