देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। भारत जल्द एक बड़ी एतिहासिक उपलब्धि दर्ज करने वाला है।
यह मिशन आज हुआ रवाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत के शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने वाले हैं। इसके साथ ही वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में पहुंचने वाले पहले भारतीय होंगे। जो भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन है। साथ ही देश के पहले अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले मानव मिशन के लिए चयनित शुभांशु शुक्ला एग्जियोम-4 स्पेस मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन रवाना हो गए हैं। यह मिशन आज रवाना हुआ। शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो चुके हैं। इस मिशन को आज बुधवार दोपहर 12:01 मिनिट पर लॉन्च किया गया। जो 28 घंटे की यात्रा के बाद भारतीय समयानुसार गुरुवार शाम साढ़े चार बजे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचेंगे। इससे पहले कई अलग- अलग कारणों की वजह से एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग टली है। शुभांशु शुक्ला इस अभियान के दौरान कई वैज्ञानिक मिशन्स को अंजाम देंगे।
देशवासियों के लिए खास संदेश
रिपोर्ट्स के मुताबिक शुभांशु ने अंतरिक्ष से अपना पहला संदेश भेजते हुए देशवासियों को संबोधित किया। नमस्कार मेरे प्यारे देशवासियो, 41 साल बाद हम फिर से अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं। इस समय हम 7.5 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से पृथ्वी के चारों ओर घूम रहे हैं। मेरे कंधे पर तिरंगा है, जो मुझे बता रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं, आप सभी मेरे साथ है। आगे कहा “यह मेरी यात्रा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, ये भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी इस सफ़र का हिस्सा बनें। आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए। आइए हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!” यह यात्रा 14 दिनों तक चलेगी, और टीम 28 घंटों की यात्रा के बाद ISS पर पहुंचेगी।
यह अंतरिक्ष यात्री भी शामिल
इस मिशन को अमेरिका के अंतरिक्ष अभियानों से जुड़ी कंपनी एग्जियोम स्पेस और नासा के सहयोग से अंजाम दिया जा रहा है। इसके साथ ही एलन मस्क की स्पेसएक्स इस मिशन में अहम भूमिका निभाएगी। इस मिशन में शुभांशु के साथ तीन और अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। जिसमे Axiom-4 मिशन में भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं।