आज से देश के कई हिस्सों में कांवड़ यात्रा की हुई शुरुआत, जानें

हिंदी पंचांग के अनुसार आज से सावन महीने की शुरुआत हो गई है। सावन हिंदी कैलेंडर के अनुसार साल का पांचवा महीना होता है। पौराणिक कथाओं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन का काफी महत्व है। सावन में भगवान शिव की विशेष कृपा होती और इसलिए पूरे देश में शिवालयों में पूरे महीने पूजा-अर्चना चलता है। इसके अलावा सावन के सोमवार का व्रत और शिव को जल चढ़ाने की भी मान्यता है। भगवान शिव को समर्पित महीने में गंगा जल से शिव का अभिषेक फलदायी माना जाता है।

कावड़  यात्रा का है धार्मिक महत्व, आज से पूरे देश में है प्रारम्भ

सावन में कांवड़ यात्रा का भी खास महत्व है। कोरोना के बाद करीब दो साल आज देश के कई हिस्सों में कांवड़ यात्रा  की शुरुआत हो गई है। कांवड़ यात्रा में भक्त पवित्र जलाभिषेक हेतु सुदूर स्थानों से जाकर कांवड़ में गंगाजल भरकर ले आते है, उन्हें कावड़िए कहा जाता है। उस गंगाजल से सावन मास की चतुर्दशी के दिन शिव मंदिरों में शिव का अभिषेक किया जाता है। इस संपूर्ण यात्रा को कावड़ यात्रा कहा जाता है।

सरकार और सामाजिक संगठन देते हैं सहयोग

यात्रा के दौरान असुविधा ना हो और यातायात संबंधी दिक्कत ना आए इसका सरकार उचित प्रबंध करती है। आम जनमानस की सुविधा के साथ-साथ कावड़ियों के भी सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाता है। कई जगह सुविधानुसार रूट डायवर्जन कर दिया गया है। गैर सरकारी सामाजिक संगठन भी इस गर्मी के मौसम में जगह-जगह कावड़ियों के विश्राम , जलपान आदि की व्यवस्था कर सहयोग दे रहे हैं।

प्रशासन ने किए सुरक्षा के बंदोबस्त

वहीं दो साल के बाद आज से कावड़ यात्रा शुरू हो गई। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के बंदोबस्त कर लिए हैं। दिल्ली में इस बार ड्रोन से भी नजर रखी जायेगी। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस द्वारा ईस्टर्न रेंज में इसको लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।