Site icon Khabribox

अल्मोड़ा: मध्याह्न भोजन मामले में प्रशासन की टीम ने स्कूल का किया निरीक्षण, रिपोर्ट में आरोपों को किया गया खारिज

विकासखंड धौलादेवी के राप्रावि थली में मध्याह्न भोजन का विवादित वीडियो वायरल होने के बाद विवाद अभी थमा नहीं है। डीएम के निर्देश पर भनोली तहसीलदार बरखा जलाल और मुख्य शिक्षा अधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानाध्यापक समेत ग्रामीणों से मामले की जानकारी ली। तहसीलदार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान एसएमसी बैठकों के रजिस्टर और फोटो भी देखे गये। उन्होंने बताया कि लोगों के बयानों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। रिपोर्ट  डीएम कार्यालय भेजी जाएगी।

जातिगत भेदभाव प्रकरण में शिक्षा निदेशक को भेजी रिपोर्ट:

धौलादेवी ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल थली में मध्याह्न भोजन को लेकर दलित वर्ग के छात्रों के साथ भेदभाव के आरोप के मामले की रिपोर्ट शिक्षा निदेशक ने तलब की है। इधर, विभाग ने जांच रिपोर्ट तैयार कर तत्काल निदेशक को भेज भी दी है। रिपोर्ट में आरोपों को खारिज किया गया है।
धौलादेवी ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल थली मध्याह्न भोजन के दौरान बच्चों में जातिगत भेदभाव से संबंधित शिकायत सामने आई थी। इसे लेकर सोमवार को विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने एसडीएम को भी ज्ञापन दिया था। उन्होंने कहा कि प्रावि थली में मध्यान्ह भोजन के लिए दलित और सवर्ण छात्रों को अलग-अलग पंक्तियों में बैठाया जाता है। आरोप लगाया कि बच्चों में जातिगत भेदभाव किया जा रहा है। बताया कि इस संबंध में एक ग्रामीण ने एक वीडियो भी बनाया था। मामला प्रकाश में आने के बाद मंगलवार को ही शिक्षा निदेशक (प्राथमिक) ने शिक्षा विभाग को इसकी जांच और तत्काल रिपोर्ट के आदेश जारी किए।

हर दिन मध्याह्न भोजन करते बच्चों की मांगी जा रही फोटो

शिक्षा निदेशक ने इस प्रकरण में जांच रिपोर्ट देने के आदेश जारी दिए थे। जांच में आरोप निराधार मिले हैं।पुष्कर लाल टम्टा, बीईओ धौलादेवी ने कहा कि मै खुद इस संबंध में विद्यालय पहुंचकर अभिभावकों और अन्य लोगों से बात कर चुका हूं। स्कूल में 22 बच्चे सवर्ण और 11 बच्चे एससी एसटी वर्ग के पढ़ते हैं। सोमवार को भी दोनों वर्गों के बच्चे प्रेमपूर्वक एक साथ बैठकर भोजन कर रहे थे। इससे पूर्व में भी इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है। लिहाजा जांच रिपोर्ट शिक्षा निदेशक को भेज दी गई है। साथ ही स्कूल में हर दिन मध्याह्न भोजन करते बच्चों की फोटो भी मांगी जा रही है।

Exit mobile version