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विश्व अंगदान दिवस: 10 साल की बच्ची ने जताई अपनी आंखें दान करने की इच्छा, कायम की एक नई मिसाल

मान्यताओं के अनुसार दान करना हमेशा से ही धर्म-कर्म का काम माना जाता है। पुण्य कमाने के लिए अक्सर लोग गरीब और जरूरतमंदों को धन व अन्न दान करते हैं। लेकिन इसके अलावा रक्त दान और  अंग दान करना भी आज के समय की बड़ी जरूरत हैं क्योंकि कई लोगों की मौत सही समय पर अंग ट्रांसप्लांट ना हो पाने की वजह से हो जाती हैं। वहीँ आपके द्वारा दान किए गए अंग किसी की जान बचाई जा सकती है।

10 साल की अंजली ने की अपनी आंखें दान करने की गुजारिश

अंगदान पूर्ण रूप से स्वेच्छा से लिया गया निर्णय होता है, और कई लोग अपनी मृत्यु के बाद अपने अंग किसी जरूरतमंद को दान किए जाने की इच्छा प्रकट कर चुके हैं जिनमें कई बड़ी हस्तियां भी शामिल है। लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं राजस्थान के टोंक जिले में स्थित मालपुरा की रहने वाली 10 साल की एक बच्ची अंजली कंवर के बारे में। दरअसल, अंजली को सांप ने काट लिया और मरते हुए उस बच्ची ने कुछ ऐसा कह डाला कि आपकी भी आंखें नाम हो जाएंगी। सूचना के अनुसार बच्ची ने परिजनों से कहा कि मरने के बाद मेरी आंखें दान कर देना। जिससे किसी और का जीवन रोशन हो सके ।

सांप के काटने से हुई थी बच्ची की मौत

बीते शुक्रवार रात को खेत पर बने मकान में सो रही अंजली को एक जहरीले सांप ने काट लिया। सांप के काटने के बाद बच्ची रोने लगी और परिजन उसे अस्पताल ले गए। यहाँ उन्हें पता चला कि सांप ने उसे काट लिया है उसके बाद तत्काल बच्ची को मालपुर चिकित्सालय लेकर आए, जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया और इसके बाद एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान अंजली की मौत हो गई। लेकिन मरने से पहले बच्ची अपनी आंखें दान करने की गुजारिश करती गई।

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