जाने माने कोंकणी लेखक दामोदर माउजो को वर्ष 2022 का ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। दामोदर मौज़ो सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार प्राप्त करने वाले कोंकणी के दूसरे लेखक हैं, इससे पहले रविन्द्र केलेकर को 2006 में यह सम्मान दिया गया था।
उनकी कहानियों में निर्धन लोगों के संघर्ष और उनका दर्द झलकता है
माउजो लघु कथा उपन्यासकार और पटकथा लेखक हैं। उन्हें 1983 में उपन्यास कार्मेलिन के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया था। उनकी कई लघु कथाओं का अन्य भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है और विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित की गई हैं। उनकी कहानियों में निर्धन लोगों के संघर्ष और उनका दर्द झलकता है।
असमी भाषा के कवि नीलमणि फुकन को वर्ष 2021 के 56वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए चुना गया था।
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