उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। फर्जीवाड़ा कर जमीन हड़पने के मामले में राजपुर थाना पुलिस ने तत्कालीन डीजीपी बीएस सिद्धू और तत्कालीन अपर तहसीलदार शूजाउद्दीन सहित आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जानें पूरा मामला-
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता आशुतोष सिंह प्रभागीय वन अधिकारी मसूरी वन प्रभाग ने पुलिस को तहरीर दी है कि तत्कालीन डीजीपी बीएस सिद्धू ने महानिदेशक पुरानी पद पर रहते हुए मसूरी रोड स्थित जमीन के (जिसे भारतीय वन अधिनियम के तहत आरक्षित वन घोषित किया गया था) मेरठ के दो अधिवक्ता दीपक शर्मा व स्मिता दीक्षित के कहने पर फर्जी दस्तावेज बनाए। जिसमे तत्कालीन अपर तहसीलदार सदर के साथ मिलकर जमीन पर कब्जा किया। इसके अलावा नकली नाथूराम और कुछ गवाहों को दिखा कर 21 मई 2012 को जमीन अपने नाम रजिस्टर करवा दी। जबकि असली नाथूराम की मृत्यु वन 1983 में हो चुकी थी। उन लोगों ने जमीन पर कब्जा कर लिया और जमीन पर खड़े 25 पेड़ भी काट दिए।
मुकदमा दर्ज-
इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद पुलिस ने तत्कालीन डीजीपी बीएस सिद्धू, तत्कालीन अपर तहसीलदार शूजाउद्दीन, महेंद्र सिंह, नकली नथुराम, दीपक शर्मा, स्मिता दीक्षित, सुभाष शर्मा और कृष्ण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।