उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड में लंपी वायरस से रोजाना औसतन नौ पशुओं की मौत हो रही है। दो महीने में अभी तक 387 पशु बीमारी से अपनी जांन गंवा चुके हैं। पशुपालन विभाग करीब 13.36 लाख पशुओं को इस दौरान वैक्सीन लगा चुका है।
लंपी वायरस से चम्पावत जिले में सबसे ज्यादा पशुओं की मौतें
वर्ष 2022 के जैसे ही बरसात के दौरान इस साल भी लंपी वायरस ने प्रदेश में पैर पसार लिए हैं। इस साल पर्वतीय क्षेत्रों में इसका प्रकोप जारी है। पशुपालन विभाग के अनुसार इस साल अभी तक हुई पशुओं की मौतों में सबसे ज्यादा 127 मौतें चंपावत जिले में हुई हैं। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, नैनीताल, पौड़ी, पिथौरागढ़, टिहरी, उत्तरकाशी सभी जिले इसकी चपेट में हैं। राहत की बात यह है कि देहरादून जिले में इस साल अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया है।
बरसात के दौरान और उसके बाद लंपी वायरस का संक्रमण फैलता है -डॉ. कंचन पांगती
उधर, पशु चिकित्साधिकारी डा. कंचन पांगती ने बताया कि जिलों में वैक्सीनेशन का कार्य लगातार जारी है। इसके अलावा विभाग की ओर से पशुपालकों को दवा वितरित की जा रही हैं, साथ ही जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के दौरान और उसके बाद लंपी वायरस का संक्रमण फैलता है।