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उत्तराखंड: एनयूजे उत्तराखण्ड ने ‘हौसलों की उड़ान‘ कार्यक्रम में इन प्रतिभाओं को किया सम्मानित, जानें

उत्तराखंड से जुड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड के हरिद्वार में सोमवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

‘हौसलों की उड़ान‘ कार्यक्रम

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरिद्वार में उत्तराखण्ड के मीडियाकर्मियों की प्रमुख राज्यस्तरीय पंजीकृत संस्था नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) द्वारा, अपनी शारीरिक दिव्यांगता को मात देकर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही दिव्यांग प्रतिभाओं को यूनियन के ‘हौसलों की उड़ान‘ कार्यक्रम में ‘उत्कृष्ट प्रतिभा सम्मान’ प्रदान कर पुरस्कृत व सम्मानित किया। इस अवसर पर दिव्यांग प्रतिभाओं ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।

कार्यक्रम का आयोजन

विगत दस वर्षों से निरंतर दिव्यांग प्रतिभाओं को समर्पित ‘हौसलों की उड़ान’ में बीते शिक्षा सत्र की वार्षिक परीक्षा में अपनी-अपनी कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त कर कक्षा 5 से कक्षा 10 की विभिन्न कक्षाओं में अध्यनरत स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय हाई स्कूल के नेत्रहीन विद्यार्थी प्रशान्त (कक्षा 5), अमन (कक्षा 6), चन्द्रमणी (कक्षा 7), नरेन्द्र (कक्षा 8), सूरज (कक्षा 9) तथा वीरपाल (कक्षा 10) को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। इन विद्यार्थियों ने नेत्रहीनता के बावजूद अपनी लगन और मेहनत से ब्रेल लिपि में अध्ययन करते हुए अपनी-अपनी कक्षाओं में 51.77 प्रतिशत से लेकर 92.77 प्रतिशत तक सर्वोच्च अंक प्राप्त किये हैं। वहीं मानसिक रूप से अशक्त विद्यार्थियों की आत्मनिर्भता, स्वावलंबन और रोजगारपरक शिक्षा के लिए उन्हें प्रशिक्षित कर रहे ‘आकांक्षा’ के साहिल एवं ऐहेतेशाम को नृत्यकला, साबिर को चित्रकला एवं शशांक को सामान्य ज्ञान में शानदार प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए पुरस्कृत किया गया।  मानसिक अशक्तता (डाउन सिंड्रोम) का सामना कर रही कु. नीति एवं कु.तोशनी पाहूजा को भी उनकी प्रस्तुतियों के लिए मंच प्रदान करते हुए संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।

किया गया सम्मानित

इसके अलावा जीवन में मूक-बधिरता की बाधाओं के बावजूद सामाजिक जागरूकता, स्वावलंबन और आत्मनिर्भर बनकर लोगों को प्रेरित करने वाले राज्य दिव्यांग कल्याण आयोग के पूर्व सदस्य एवं मूक बधिर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष  संदीप अरोड़ा,  स्वयं आत्मनिर्भर बन कर दिव्यांगों को ‘हम होंगे कामयाब एक दिन’ का संदेश देने वाले सरदार मोंटू तथा शिक्षाध्यन के बाद कंप्यूटर प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार की राह पाने वाले सचिन सैनी को भी नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे उत्तराखण्ड) द्वारा पुरस्कृत किया गया। स्वयं दृष्टिहीनता का शिकार होकर दूसरे नेत्रहीनों के जीवन में ज्ञान का प्रकाश फैला रहे नेत्रहीन शिक्षक  सूरज नारायण, कुमेर सिंह, राकेश जोशी, तथा उमा शंकर को भी उत्कृष्ट प्रतिभा सम्मान पत्र प्रदान कर तथा शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।  स्वयं शारीरिक दिव्यांगता का शिकार होकर मनोविज्ञान और संगीत की उच्च शिक्षा हासिल कर विद्यार्थियों को संगीत शिक्षा प्रदान कर रही शिक्षिका अरूणा को भी संस्था द्वारा शिक्षा जगत में की जा रही उनकी सेवाओं के लिए उत्कृष्ट प्रतिभा सम्मान प्रदान किया गया। मूक-बधिर होने के बावजूद रेगुलर बच्चों के साथ बिना ट्यूशन और किसी अतिरिक्त सहायता के इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी कर डिस्टेंस एजूकेशन से बीसीए की पढ़ाई जारी रखे हुए तूबा पठान, तथा मूक बधिर कु. इकरा को इंटरमीडिएट के बाद रोजगापरक प्रशिक्षिण के लिए प्रोत्साहित करते हुए सम्मानित किया गया।

रहें उपस्थित

इस मौके पर कार्यक्रम का संचालन वरि0 पत्रकार एवं साहित्यकार त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने किया। कार्यक्रम में सुनील शर्मा, धन सिंह बिष्ट, संजय अग्रवाल, विनोद चौहान, नवीन चन्द्र पाण्डे, धीरेन्द्र सिंह रावत, चौ0 महेश सिंह, नवीन कुमार, सूर्या सिंह राणा, भगवती प्रसाद गोयल, प्रभाष भटनागर, आदि का विशेष सहयोग रहा। जेपी बडोनी, डॉ. हरिनारायण जोशी, तरूण व्यास, दीपक पाण्डे, एस पी चमोली, दिनेश लखेड़ा, संजय नैथानी, एमसी काला, प्रमोद डोभाल, उमराव, डॉ. रजनीकांत शुक्ल, सूर्यकांत बेलवाल,  हिमांशु द्विवेदी, रामेश्वर गौड नीरू अदलखा, उमा, मधु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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