राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में इन दिनों आलू की बुआई जोरो पर चल रही है। फरवरी माह के पहले सप्ताह से अप्रैल माह के मध्य तक बोए जाने वाली आलू फसल को सरकार के द्वारा भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
उद्यान विभाग के माध्यम से 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है
सरकार द्वारा किसानों को, बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उद्यान विभाग के माध्यम से 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। उन्नत किस्म के आलू के बीज उद्यान के सचल केंद्रों के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।
इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर की जाती है खेती
चम्पावत जिले के लोहाघाट, खेतीखान, देवीधुरा, किमतोली, बाराकोट सहित कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर आलू की खेती की जाती है।
अनुमानित उत्पादन 11 हजार 6 सौ पिचानवे मैट्रिक टन है
जिला उद्यान अधिकारी टी. एन. पाण्डेय ने बताया कि जिले के चारों विकासखण्ड में लगभग 11 हजार 8 हैक्टेयर से अधिक भूमि पर आलू की खेती की जाती है, जिसका अनुमानित उत्पादन 11 हजार 6 सौ पिचानवे मैट्रिक टन है।