उत्तराखंड में सब-इंस्पेक्टर भर्ती घोटाला मामले की जांच कर रहे सतर्कता विभाग ने 2015 में सीधे भर्ती किए गए सभी सब इंस्पेक्टरों की जिलों से सूची मांगी है। सभी जिलों में पदस्थ इन उपनिरीक्षकों के नाम, पता व अन्य विवरण की जानकारी मांगी गई है। राज्य सतर्कता निदेशक अमित सिन्हा ने एएनआई को बताया कि 2015 में कुल 340 सब इंस्पेक्टरों की भर्ती की गई थी।
व्यवस्था में धांधली कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही
अमित सिन्हा ने रविवार को कहा कि विजिलेंस उस समय की व्यवस्था में धांधली कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उत्तराखंड पुलिस में कितने लोग सब इंस्पेक्टर बने हैं। अमित सिन्हा ने बताया कि विजिलेंस ने 8 अक्टूबर को 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उनमें से कई से पूछताछ भी की जा चुकी है।