आज 02 जनवरी 2025 है। आज ही के दिन से भारत रत्न पुरस्कार की शुरुआत हुई थी। इस दिन को भारत रत्न की शुरुआत के रूप में जाना जाता है। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 2 जनवरी, 1954 को भारत रत्न की शुरुआत की थी। यह देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
जानें कब हुई शुरूआत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक देश में भारत रत्न राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को यह सम्मान दिया जाता है। देश में भारत रत्न देने की शुरुआत देश की आजादी के बाद ही हुई। भारत में इस सर्वोच्च सम्मान को देने की परंपरा 2 जनवरी 1954 से शुरू हुई थी। भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी। जिसमें सबसे पहले साल 1954 में स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालचारी, पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णनन और डॉक्टर चंद्रशेखर वेंक रमन को यह सम्मान दिया गया था।
भारत रत्न पुरस्कार
भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है। अन्य अलंकरणों के समान इस सम्मान को भी नाम के साथ पदवी के रूप में प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। प्रारम्भ में इस सम्मान को मरणोपरांत देने का प्रावधान नहीं था, यह प्रावधान 1955 में जोड़ा गया। तत्पश्चात 14 व्यक्तियों को यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया गया। एक वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले सम्मानों में भारत रत्न के पश्चात् क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री हैं।