कतर में 08 भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को सुनाई फांसी की सजा

देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते है। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। अरब देश कतर में 8 भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों को गुरुवार को फांसी की सजा सुनाई गई है।

कतर ने आठ भारतीयों को सुनाई मौत की सजा

एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल कतर में 8 पूर्व भारतीय नेवी अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद अब गुरुवार को कतर की एक अदालत ने उन्हें मौत की सजा सुनाई है‌। जिस पर अदालत के इस फैसले पर भारत सरकार ने हैरानी जताई है। साथ ही इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि मौत की सजा के फैसले से हम हैरान हैं। विस्तृत फैसले का इंतजार किया जा रहा है। कहा कि कतर में फंसे भारतीय नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी कानूनी विकल्पों की तलाश की जा रही है। भारतीय नौसेना में अलग-अलग पोस्ट पर काम कर चुके हैं।

इस फर्म में कर रहें थे‌ काम

रिपोर्ट्स के मुताबिक दरअसल भारतीय नौसेना के ये सभी आठ पूर्व ऑफिसर पिछले साल अगस्त से ही कतर के जेल में बंद हैं। लेकिन कतर ने अभी तक इन सभी पू्र्व आधिकारियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जानकारी नहीं दी है। हालांकि, मामले से परिचित लोगों का कहना है कि इन सभी पर जासूसी करने का आरोप लगाया गया है। यह सभी एक डिफेंस सर्विस प्रोवाइडर ऑर्गनाइजेशन- दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टेंसी सर्विसेज के लिए काम कर रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस निजी फर्म का स्वामित्व रॉयल ओमानी एयर फोर्स के एक रिटायर्ड सदस्य के पास है। ‌‌जिसमें इस निजी फर्म के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया था लेकिन उसे पिछले साल नवंबर में रिहा कर दिया गया था। यह प्राइवेट फर्म कतर के सशस्त्र बलों को प्रशिक्षण और संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराती थी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह नाम शामिल

रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को कतर के कोर्ट ने सजा सुनाई है, उनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर संजीव गुप्ता, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश शामिल हैं।