आज 12 मई 2024 है। हर साल 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। जो नर्सों के काम और योगदान को सम्मानित करने का अवसर है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1974 से ही हुई थी। तबसे मशहूर नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्म दिवस यानी 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1820 में इसी दिन दुनिया की सबसे प्रसिद्ध नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल पैदा हुई थीं। वह एक अंग्रेजी नर्स, एक समाज सुधारक और एक सांख्यिकीविद् थीं, जिन्होंने आधुनिक नर्सिंग के प्रमुख स्तंभों की स्थापना की।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस का इतिहास
‘द लेडी विद द लैंप’ के नाम से जानी जाने वाली फ्लोरेंस नाइटिंगेल ‘आधुनिक नर्सिंग’ की संस्थापक थी, जिन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान घायल हुए ब्रिटिश और संबद्ध सैनिकों के नर्सिंग प्रभारी के रूप में काम किया था। फ्लोरेंस नाइटिंगेल ने अपना ज्यादातर समय घायलों की देखभाल करने में बिताया। वह नर्सों के लिए औपचारिक प्रशिक्षण स्थापित करने वाली पहली महिला थीं। नाइटिंगेल स्कूल ऑफ नर्सिंग विश्व का पहला नर्सिंग स्कूल था, जिसका उद्घाटन 1860 में लंदन में किया गया था। साथ ही मिडवाइव्स के लिए प्रशिक्षण स्कूल स्थापित करने के पीछे भी फ्लोरेंस नाइटिंगेल का ही हाथ था। वह पहली महिला थीं, जिन्हें 1907 में ऑर्डर ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया था।
नर्सों की अहम भूमिका
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस न केवल नर्सों के प्रयासों और योगदानों को सम्मानित करने का अवसर है, बल्कि यह नर्सिंग पेशे के महत्व को भी बढ़ावा देता है। नर्स मरीजों को दवाएं देने से लेकर उनकी देखभाल करने में अहम भूमिका निभाती हैं। खासतौर पर कोविड-19 महामारी के दौरान जब करोड़ों की तादाद में लोग हॉस्पिटल्स में थे, तब डॉक्टर्स के साथ नर्सों ने अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जान बचाई थी। उन्होंने दिन-रात काम किया, रोगियों की जान बचाने के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम “हमारी नर्सें। हमारा भविष्य। देखभाल की आर्थिक शक्ति।” यानी (Our Nurses. Our Future. The economic power of care) घोषित की गई है।