आज 14 अप्रैल 2025 है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आज यानी 14 अप्रैल को जयंती मनाई जाती है। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म महू में सूबेदार रामजी शकपाल तथा भीमाबाई के यहां 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। डॉक्टर अम्बेडकर को संविधान का जनक कहा जाता है।
आज बाबा साहेब की है जयंती
डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू नगर के एक दलित परिवार हुआ। अंबेडकर बचपन से ही सामाजिक भेदभाव और छुआछूत जैसी अमानवीय चीजों को झेलते आए लेकिन कभी हार नहीं मानी। कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की। डाॅ. भीमराव अम्बेडकर विदेश जाकर अर्थशास्त्र डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाले पहले भारतीय थे। जब वह 1926 में भारत आए तब उन्हें मुंबई की विधानसभा का सदस्य चुना गया। वह आजाद देश के पहले कानून मंत्री बने। साल 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था। बाबासाहेब अंबेडकर भारतीय इतिहास के ऐसे महान व्यक्ति हैं जिन्होंने दलित समाज को सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करके एक अनोखी पहचान बनाई।
दलितों, महिलाओं और वंचितों को आत्मसम्मान और अधिकार दिलाने के लिए चलाएं अनेक आंदोलन
‘बाबासाहेब अंबेडकर’ के नाम से लोकप्रिय, वे भारतीय संविधान के वास्तुकार थे। वह प्रारूपण समिति के उन सात सदस्यों में भी थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत के संविधान का प्रारूप तैयार किया था। बाबासाहेब एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ और प्रख्यात न्यायविद थे। 1956 में डॉ. अंबेडकर ने लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म स्वीकार किया। उन्होंने कहा था – ‘मैं ऐसा धर्म अपनाऊंगा, जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता हो।’ उनके इस कदम ने सामाजिक चेतना की एक नई लहर को जन्म दिया। 6 दिसंबर 1956 को डायबिटिज से पीड़ित होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई।