आज 14 जून 2025 है। आज दुनियाभर में विश्व रक्तदान दिवस यानि वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। यह दिन रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करता है। आपका रक्तदान किसी को जीवनदान दे सकता है और यही वजह है कि इसे ‘महादान’ भी कहा जाता है। इस साल इस दिन को मनाने का 21वां साल है। इस दिन स्वैच्छिक और निशुल्क रक्तदाताओं का धन्यवाद दिया जाता है और रक्तदान के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया जाता है।
जाने विश्व रक्तदाता दिवस का इतिहास
प्रत्येक वर्ष वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन के जन्मदिन के दिन ‘विश्व रक्तदान दिवस’ मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा हर साल यह 14 जून को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य रक्तदान को प्रोत्साहन देना एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना है। शरीर विज्ञान में नोबल पुरस्कार प्राप्त प्रसिद्ध वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन की याद में पूरे विश्व में यह दिवस मनाया जाता है। 14 जून 1868 को ही महान वैज्ञानिक कार्ल लैंडस्टाईन का जन्म हुआ था, उन्होंने मानव रक्त में उपस्थित एग्ल्युटिनिन की मौजूदगी के आधार पर रक्तकणों का ए, बी और ओ समूह में वर्गीकरण किया। इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस महत्वपूर्ण खोज के लिए ही कार्ल लैंडस्टाईन को सन् 1930 में नोबल पुरस्कार दिया गया।
विश्व रक्तदाता दिवस का महत्व
विश्व रक्तदाता दिवस अपनी स्वेच्छा से रक्तदान करके किसी का जीवन बचाने वाले लोगों को धन्यवाद देने और नियमित तौर पर रक्तदान के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। सुरक्षित रक्त जीवन बचाने वाली आवश्यक चिकित्सीय जरूरतों में से एक है और सभी प्रकार की आपात स्थितियों (प्राकृतिक आपदा, दुर्घटना, सशस्त्र संघर्ष) के दौरान इलाज में अहम भूमिका निभाता है। रक्त की अहमियत और रक्तदान के महत्व से हर किसी को रूबरू कराने के लिए ही विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है।
‘रक्तदान दिवस’ की शुरुआत
विश्व रक्त दाता दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रेड क्रॉस सोसाइटी के सहयोग से मनाया गया था। जिसके बाद सभी देश ने इस अभियान को अपनाया। वर्ष 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन, अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस संघ व रेड क्रीसेंट समाज ने 14 जून को वार्षिक तौर पर ‘रक्तदान दिवस’ पहली बार मनाकर इसकी शुरुआत की थी।
जानें इस साल की थीम
हर वर्ष रक्तदाता दिवस की एक खास थीम होती है। इस साल विश्व रक्तदाता दिवस 2025 की थीम है ‘रक्त दें, उम्मीद दें, साथ मिलकर जीवन बचाएं। (Give Blood, Give Hope.)