आज 20 जुलाई है। आज गुरु पूर्णिमा है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत महत्व होता है। इस दिन शुभ कार्य किया जाता है। इस साल आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई से शुरू होकर 21 जुलाई को खत्म हो रही है।
गुरू पूर्णिमा
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि 20 जुलाई को शाम 5:59 बजे से शुरू होकर अगले दिन 21 जुलाई को दोपहर 03:46 बजे पर खत्म होगी। जिस तिथि में सूर्योदय होता है, उस दिन वह तिथि मान्य होती है। आषाढ़ पूर्णिमा तिथि में सूर्योदय 21 जुलाई को सुबह 05:37 बजे पर होगा। ऐसे में गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई रविवार को मनाई जाएगी और आषाढ़ पूर्णिमा व्रत 20 जुलाई को रखा जाएगा।
जानें शुभ मुहूर्त
गुरु पूर्णिमा के दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 बजे से 12:55 तक है।
विजय मुहूर्त दोपहर 02:44 से लेकर दोपहर 03:39 बजे तक है।
वहीं अमृत काल 06:15 पी एम से 07:45 पी एम तक है।
आषाढ़ गुरु पूर्णिमा का विशेष है महत्व-
गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु महर्षि वेद व्यास जी के जन्म तिथि के अवसर पर मनाया जाता है। महर्षि व्यास जी ने हिंदू धर्म के चारों वेदों का ज्ञान दिया है। हिंदू परंपरा के अनुसार गुरु अपने शिष्यों को गलत मार्ग पर चलने से बचाते है। गुरु को भगवान से भी बढ़ा दर्जा दिया गया है। हिंदू धर्म में कुल पुराणों की संख्या 18 है और सभी के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी हैं। आदि गुरु सह वेदों के रचयिता महर्षि वेद-व्यास का अवतरण आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही हुआ था। उन्होंने सभी पुराणों की भी रचना की है। इसलिए इस पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रुप में मनाते हैं। इस दिन सभी अपने-अपने गुरु की पूजा की जाती है। इस साल आषाढ़ पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा 20 जुलाई शनिवार को है।