आज 22 अक्टूबर 2024 है। आज अंतरराष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस है। लोगों को हकलाहट के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 22 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस (इंटरनेशनल स्टमरिंग अवरनेस डे) मनाया जाता है।
खास उद्देश्य के साथ मनाया जाता है दिवस
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनियाभर में 1.5% लोग हकलाहट का शिकार हैं। इस समस्या के चलते लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। जिससे वह कई तरह की मानसिक परेशानियों का भी शिकार हो सकते हैं। इसी चैलेंज को देखते हुए इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी जिससे लोगों को अवेयर किया जा सके और हकलाहट की समस्या से जूझ रहे लोगों की मदद की जा सके।
जानें इसका इतिहास
रिपोर्ट्स के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय हकलाना जागरूकता दिवस (ISAD) का महत्व अंतर्राष्ट्रीय हकलाना एसोसिएशन (ISA) के सक्रिय प्रयासों से बना। 1995 में, स्वीडन के लिंकोपिंग में एक सम्मेलन आयोजित किया गया था, जहाँ ISA ने हकलाने के बारे में जागरूकता पर एक दिन का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को 1997 में अंतर्राष्ट्रीय फ़्लूएंसी एसोसिएशन (IFA) सम्मेलन में गति मिली, जब नेशनल स्टटरिंग प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक माइकल सुगरमैन ने वैश्विक हकलाने की जागरूकता के लिए जोश से वकालत की। 1998 में यह परिकल्पना वास्तविकता बन गई, जब यूरोपियन लीग ऑफ स्टटरिंग एसोसिएशन, इंटरनेशनल फ्लूएंसी एसोसिएशन और आईएसए ने संयुक्त रूप से 22 अक्टूबर को स्टटरिंग जागरूकता दिवस के रूप में घोषित किया।