23 नवंबर: जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि आज, आधुनिक भारत के थे महान वैज्ञानिक, जानें उनके बारे में रोचक तथ्य

आज 23 नवंबर 2024 है। आज जगदीश चंद्र बोस की पुण्यतिथि है। वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस को फादर और रेडियो साइंस के नाम से भी जाना जाता है। जगदीश चंद्र बोस का जन्म 30 नवंबर, 1858 को ढाका के मैमनसिंह (जो अब बांग्लादेश में है) नामक गांव में एक संपन्न बंगाली परिवार में हुआ था।

रेडियो तरंग का आविष्कार करने का दिया जाता है श्रेय

आज उन्हें मुख्य रूप से अंग्रेजों के उस बंधे-बंधाये ढर्रे को तोड़ने के लिए याद किया जाता है, जिसके तहत अंग्रेज मानते थे कि भारतीय लोग सटीक और श्रमसाध्य वैज्ञानिक चिंतन करने में सक्षम नहीं हैं। भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस ने हमारी तरह ही पेड़-पौधों में भी जीवन होने की खोज की थी। इतना ही नहीं उन्हें रेडियो तरंग का आविष्कार करने का श्रेय भी जाता है। अत: उन्हें रेडियो का पिता भी कहा जाता है। रेडियो और तरंगों की खोज करने वाले पहले भारतीय वैज्ञानिक तथा पहले भारतीय वैज्ञानिक भी रहे जिन्होंने अमेरिकन पेटेंट प्राप्त किया था। जगदीश चंद्र को जीव विज्ञान, वनस्पति और भौतिकी विज्ञान का गहरा ज्ञान था तथा वे पुरातत्व चीजों के भी ज्ञानी थे। जगदीश चंद्र बोस ने अपना अधिकतर समय काम में ही बिताया। वर्ष 1899 में लंदन में रॉयल सोसाइटी के समक्ष उन्होंने अपने अनुसंधान पत्र में एक संवेदनशील उपकरण के खोज की घोषणा की थी, जिससे लंबी दूरी तक बेतार संचार संभव होना बताया था।  

किया गया था सम्मानित

विज्ञान के क्षेत्र में कई दिलचस्प खोज करने के लिए जगदीश चंद्र बोस को 1917 में नाइट (Knight) की उपाधि से सम्मानित किया गया। 23 नवम्बर 1937 को 79 वर्ष की उम्र में इस महान वैज्ञानिक का निधन हो गया।