26 सितंबर: विश्व कॉन्ट्रासेप्शन दिवस आज, इस उद्देश्य से मनाया जाता है यह दिन

आज 26 सितंबर 2024 है। आज विश्व गर्भनिरोधक दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें कॉन्ट्रासेप्शन के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 26 सितंबर को विश्व कॉन्ट्रासेप्शन दिवस मनाया जाता है।

जानें कॉन्ट्रासेप्शन दिवस का इतिहास

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्व कॉन्ट्रासेप्शन दिवस यानि गर्भनिरोधक दिवस की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। यह दिन दुनिया भर के 10 प्रमुख परिवार नियोजन एजेंसियों के संयुक्त प्रयास का परिणाम रहा। इन एजेंसियों ने गर्भ निरोधक के महत्व को समझाते हुए लोगों को जागरूक करने की पहल की। जिसमें फैमिली प्लानिंग एजेंसी के इस प्रयास को देखते हुए कई अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने इस दिवस को मान्यता दी। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने भी 26 सितंबर को विश्व कॉन्ट्रासेप्शन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को कॉन्ट्रासेप्शन के बारे में जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित तरीकों के बारे में जानकारी देना है।

जानें क्यों जरूरी है कॉन्ट्रासेप्शन

🔰🔰कॉन्ट्रासेप्शन का उपयोग करके मैटरनल मोर्टालिटी रेट को 40% तक कम किया जा सकता है। यह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।
🔰🔰कॉन्ट्रासेप्शन कई सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (एसटीडी), जैसे एचआईवी और एड्स से भी बचाते हैं।
🔰🔰कॉन्ट्रासेप्शन का उपयोग अनचाहे गर्भधारण को रोकता है, जिससे अबॉर्शन की संभावना कम हो जाती है।
🔰🔰परिवार नियोजन से महिलाओं को अपने बच्चों के बीच गैप रखने में मदद मिलती है, जिससे चाइल्ड मोर्टेलिटी कम होती है।

कॉन्ट्रासेप्शन के प्रकार

✴️✴️हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्शन: गोलियां, पैच, इंजेक्शन और आईयूडी।
✴️✴️सर्जिकल कॉन्ट्रासेप्शन: ट्यूबेक्टोमी और वैसक्टोमी।
✴️✴️बैरियर कॉन्ट्रासेप्शन: कंडोम, डायाफ्राम और स्पर्मिसाइड।