28 अक्टूबर: आज साल का अंतिम चंद्र ग्रहण, भारत में यह रहेगा समय, जानें सूतक काल

आज 28 अक्टूबर है। आज साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लग रहा है। चंद्र ग्रहण को ज्योतिष की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से ठीक नौ घंटे पहले से शुरू हो जाता है। सूतक 28 अक्टूबर शाम 4 बजे से शुरू हो जाता है। सूतक काल को अशुभ माना जाता है।

यह है पौराणिक मान्यता

कहा जाता है कि वैसे तो चंद्र ग्रहण एक भौगोलिक घटना है, लेकिन पौराणिक मान्यता है कि पूर्णिमा की रात राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्रमा पर ग्रहण लगता है। ऐसे में चंद्र देव पर आए इस संकट के काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान तमाम तरह की नकारात्मक शक्तियां प्रबल हो जाती हैं, जिससे हमारे आसपास की हर चीज प्रभावित होती है। यही वजह है कि इस दौरान पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान भी नहीं किए जाते हैं। ग्रहण के समय मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं। साथ ही कई लोगों का मानना है कि ग्रहण के दौरान चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए।

भारत के अलावा इन‌ जगहों में दिखेगा चंद ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, हिंद महासागर, अटलांटिक, दक्षिणी प्रशांत महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।

भारत में यह रहेगा समय

रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्योतिषविदों का कहना है कि चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर की रात 11 बजकर 30 मिनट पर आरंभ हो जाएगा और इसका समापन देर रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगा। चंद्र ग्रहण का 01 बजकर 05 मिनट पर स्पर्श, रात 01 बजकर 44 मिनट पर मध्य काल और इसका मोक्ष रात्रि 02 बजकर 24 मिनट पर होगा। इस अवधि में ग्रहण काल का प्रभाव सबसे ज्यादा होगा। कुल मिलाकर इस चंद्र ग्रहण की अवधि 4 घंटे 24 मिनट की होगी।