लोगों को 5G नेटवर्क से बहुत उम्मीदें हैं। दरअसल 5जी के साथ तेज डाटा नेटवर्क स्पीड जो मिलने वाली है। मीडिया रिपोर्टों में के आधार पर एक्सपर्ट्स की मानें तो इससे इंटरनेट सर्फिंग स्पीड 2 से 20 जीबी प्रति सेकेंड तक होने की उम्मीद जताई जा रही है। केंद्र सरकार ने एक प्रमुख सेमीकंडक्टर प्रोग्राम भी शुरू किया है। यह भी बहुत व्यापक कार्यक्रम है, जिसमें सिलिकॉन चिप से लेकर कंपाउंड सेमीकंडक्टर, डिजाइन आधारित निर्माण, डिजाइन में उद्यमियों की एक श्रृंखला तैयार करके 85,000 सेमीकंडक्टर इंजीनियरों को तैयार किया जाना है।
वहीं पूरी तरह से भारत में डिजाइन किए गए, भारतीय 4जी स्टैक का परीक्षण भी अपने अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि कुछ महीनों में यह पूरा हो जाएगा। 5जी नेटवर्क तकनीकी उद्योग को विकसित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। 5जी नेटवर्क नए उपयोग किए गए मामलों को जीवन में लाने का मार्ग प्रशस्त करेगा जिससे भारतीय बाजारों के साथ-साथ वैश्विक बाजारों में फिनटेक समाधानों का प्रसार हो सकता है। जी हां, 5G नेटवर्क एक अगली पीढ़ी की वायरलेस तकनीक है। 5G तकनीक की कल्पना नेटवर्क सोसायटी की क्षमता के विस्तार के लिए एक नींव के रूप में की गई है। 5G नेटवर्क चुने हुए उपकरण जैसे टेली-मेडिसिन, टेली-शिक्षा, संवर्धित व वर्चुअल रियल्टी, ड्रोन-आधारित कृषि निगरानी और 5जी फोन और उपकरणों का परीक्षण करने के लिए किया गया है।
आर्थिक लाभ
5G तकनीक से होने वाले आर्थिक लाभ भी काफी अधिक हैं। डिजिटल आर्थिक नीति पर ”आर्थिक सहयोग और विकास संगठन” समिति के अनुसार, यह कहा गया है कि 5 जी प्रौद्योगिकियों के रोलआउट से जीडीपी बढ़ाने, रोजगार सृजन, अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में काफी मदद मिलेगी। भारत के लिए 5G उद्योग को वैश्विक बाजारों तक पहुंचने का अवसर प्रदान करता है, और उपभोक्ताओं को अर्थव्यवस्थाओं के साथ लाभ प्राप्त करने का अवसर भी प्रदान करता है।
गौरतलब हो दुनियाभर के देशों ने इसी तरह के फोरम लॉन्च किए हैं और भारत भी 5G तकनीक की दौड़ में शामिल हो चुका है। वहीं 45 से अधिक देशों के दूरसंचार क्षेत्र के खरीदारों ने हाल ही संपन्न हुए कार्यक्रम ”इंडिया टेलीकॉम 2022” में भाग भी लिया जो दर्शाता है कि ये कंपनियां इस क्षेत्र में निवेश के लिए रुचि दिखा रही हैं।
स्मार्टफोन बिक्री से फायदा
देश में 5G नेटवर्क के आने से 5G स्मार्टफोन निर्माता कंपनी को मोटा मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा। भारत में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या भी काफी अधिक है। ऐसे में 5 जी स्मार्टफोन की बिक्री से मोबाइल कंपनियों को अच्छा खासा लाभ कमाने का मौका मिलेगा।
इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग 75 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब
भारत एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरा है। आज भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग 75 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब है। यह 20% सीएजीआर से ऊंची दर से बढ़ रहा है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि 5 जी नेटवर्क के आने से इन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को कितना लाभ मिलने वाला है।