अल्मोड़ा: सिक्स स्टार मेडल से सम्मानित हुई रीति, टोक्यो में रचा इतिहास

जनपद अल्मोड़ा की रीति ने मैराथन चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन से राज्य समेत पूरे देश का नाम रोशन किया है।रीति की उपलब्धि से खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है।

टोक्यो में एक के साथ अपने छह मैराथन का किया समापन

उत्तराखंड खेल के क्षेत्र में अपनी नई पहचान बनाता जा रहा है।  जनपद अल्मोड़ा की रानीखेत निवासी रीति ने भी टोक्यो में मैराथन चैंपियनशिप में उत्कृष्ट प्रदर्शन से इतिहास रच दिया है।बता दें कि  रीति भंडारी सहाय, विश्व मैराथन मेजर बोस्टन, बर्लिन, न्यूयॉर्क, शिकागो, लंदन को पूरा करने वाली उत्तराखंड की पहली महिला बन गई हैं।  रीति ने वर्ष 2018 में 40 साल की उम्र में मैराथन में दौड़ने की शुरुवात की थी। उनका पहला सितंबर 2018 में बर्लिन मैराथन था। इसके बाद क्रमशः 2019 अप्रैल और नवंबर में बोस्टन मैराथन और न्यूयॉर्क मैराथन हुआ। इसके बाद अक्टूबर 2022 में लंदन में अपने चौथा मैराथन में भाग लिया, जिसमें 3 घंटे 37 मिनट के अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय को भी हिट किया।इसके बाद  शिकागो में पांचवें मैराथन में प्रतिभाग किया और इस साल टोक्यो में एक के साथ अपने छह मैराथन का समापन किया।

सिक्स स्टार मेडल से सम्मानित हुई रीति

रीति को इस उपलब्धि हासिल करने के लिए सभी छह मैराथन के समान सिक्स स्टार मेडल से सम्मानित किया गया है। बताते चलें की इससे पहले ये उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल छह महिलाएं थीं।  विगत 5 मार्च को टोक्यो मैराथन के बाद सहाय सहित अब उपलब्धि हासिल करने वालों की संख्या 23 हो चुकी है। रीति का अगला लक्ष्य दुनिया में सबसे लंबी दक्षिण अफ्रीका में कॉमरेड्स मैराथन में भाग लेना है।

माता – पिता व पति को दिया श्रेय

रीति ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और पति सहित अपने परिवार को दिया है।उन्होंने कहा की उनके परिवारजनों ने ही उन्हें 2010 से कसरत करने की प्रेरणा दी और आज वो ये मुकाम हासिल कर पाई।वहीं रीति के पिता रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मोहन भंडारी ने रीति की इस उपलब्धि को परिवार और राज्य के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि बेटी की उपलब्धि राज्य और देश की और लड़कियों को अपने सपनों को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।