दक्षिण कोरिया के इनच्योन शहर में 8 जून से 11 जून को होने वाले ग्लोबल ग्रीन की पांचवी कांग्रेस में शामिल होने के लिए उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी व उत्तराखंड छात्र संगठन का एक प्रतिमंडल दक्षिण कोरिया को रवाना हो गया है। प्रतिमंडल का नेतृत्व उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी कर रहे हैँ। चार दिन तक चलने वाली इस कांग्रेस में दुनिया के लगभग 90 देशों के 1000 प्रतिनिधि भाग लेंगे जिनके निष्कर्षों को कोरियन डिक्लेशन के नाम पर सार्वजनिक किया जाएगा।
सामाजिक न्याय व हर व्यक्ति के मानवाधिकारों को पूरा सम्मान दिया जाए
अल्मोड़ा से रवाना होने से पूर्व उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि धरती आज जलवायु परिवर्तन के गंभीर दौर का सामना कर रही है उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर प्रकृति व गरीबों की मेहनत की लूट खसोट पर खड़े किए गए अन्यायपूर्ण ढांचे के चलते दुनिया आज विनाश के कगार पर पहुंच रही है जिसके मुकाबले के लिए आज दुनिया के तमाम देशों में संवेदनशील व संघर्षशील लोगों ने ग्लोबल ग्रीन के नाम पर स्वतंत्र बुद्धजीवियों का एक वैश्विक सामाजिक व राजनीतिक मंच तैयार कर लिया है। राजनीतिक आंदोलन के अनेक चुने हुए प्रतिनिधि आज दुनिया के जर्मनी, बेल्जियम समेत 9 देशों में मिली जुली सरकारों में शामिल हैं और दुनिया के तमाम देशों में उनके सांसद भी हैं। उपपा अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया के विकासशील व गरीब देश आज क्लाइमेट जस्टिस (जलवायु न्याय) के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिसके लिए जरूरी है कि सामाजिक न्याय व हर व्यक्ति के मानवाधिकारों को पूरा सम्मान दिया जाए।
दुनियाभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, युवा व महिला संगठन भी अपने अनुभवों को करेंगे साझा
इनचोन (कोरिया) में हो रही इस कांग्रेस में दुनियाभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, युवा व महिला संगठन भी अपने अनुभवों को साझा करेंगे । जिसके निष्कर्ष को 11 जून को कोरियन डिकलेशन के रूप में घोषित किया जाएगा। उपपा अध्यक्ष के नेतृत्व में जा रहे इस प्रतिमंडल में उपपा की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, पर्यावरण विज्ञान की शोध छात्रा और उछास की प्रतिनिधि हेमा कांडपाल, ग्लोबल ग्रीन के नेतृत्वकारी टीम की एडवोकेट स्निग्धा तिवारी आदि शामिल हैं। ज्ञातव्य है कि इससे पहले 2017 में इंग्लैंड लीवर पुल में ग्लोबल ग्रीन की पांचवी कांग्रेस आयोजित की गई थी जिसमें उपपा प्रतिमंडल ने भी प्रतिभाग किया था।