पिथौरागढ़: मास हिस्टीरिया की चपेट में छात्राएं, आज कराई जा रही काउंसिलिंग

पिथौरागढ़ से छात्राओं के बेहोश होने का मामला सामने आया है । बताया जा रहा है कि दो दिनों से आठ छात्राएं बेहोश हो चुकी हैं । जिस पर आज छात्राओं की काउंसिलिंग की जा रही है।

जानें पूरा मामला

पिथौरागढ़ नगर के मध्य स्थित जूनियर हाईस्कल लिन्ठयुड़ा में दो दिनों से आठ छात्राएं बेहोश हो चुकी हैं । छात्राएं मास हिस्टीरिया की चपेट में हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार को दो छात्राएं रोने और चिल्लाने लगी उनको देख दो और छात्राओं ने रोना शुरू कर दिया । जिसके बाद छात्राओं को प्रधानाचार्य द्वारा समझाया गया और उन्हें घर भेज दिया गया। शुक्रवार को भी छात्राओं ने रोना चिल्लाना शुरू कर दिया जिस पर विद्यालय द्वारा स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी गई। जिसके बाद बेस चिकित्सालय से पहुंची स्टाफ नर्स ने सभी को किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन की जानकारी दी।

आज कराई जा रही काउंसिलिंग

वहीं  मनोरोग चिकित्सक डा. एलएम भट्ट ने कहा है कि यह मास हिस्टीरिया का मामला है। किशोरावस्था में कभी कभार बालिकाओं में ऐसा देखने को मिलता है। आज शनिवार को विद्यालय में मनोचिकित्सक द्वारा छात्राओं की  काउंसलिंग की जा रही है।

क्या है मास हिस्टीरिया

ये एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर या साइकोलॉजिकल समस्या है। साइकेट्रिस्ट के मुताबिक, जब कोई व्यक्ति मेंटली या इमोशनली परेशान होता है, तो अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करना चाहता है और असामान्य हरकतें करता है। इसमें एक व्यक्ति को ऐसा करते देख दूसरा, तीसरा और कई लोग असामान्य हरकतें कर सकते हैं। इसमें व्यक्ति अंदर ही अंदर घुट रहा होता है और अपना दर्द किसी को नहीं बता पाता है। वह चाहता है कि लोग उससे बात करें, उसकी समस्याएं पूछें।ज्यादातर लोग ऐसे पेशेंट को झड़वाने किसी मंदिर या तांत्रिक के पास ले जाते हैं, जहां पहले से कोई न कोई हिस्टीरिया का पेशेंट झूमता रहता है। दूसरा पेशेंट जब किसी ऐसे को देखता है तो, वो भी झूमना शुरू कर देता है। क्योंकि ऐसे पेशेंट एक-दूसरे को कॉपी करते हैं। तब हिस्टीरिया, मास हिस्टीरिया बन जाता है।