बागेश्वर: नाबार्ड के कार्यो को तय समयसीमा के अंतर्गत करें पूर्ण- डीएम अनुराधा पाल

बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। जनपद में नाबार्ड के ग्रामीण बुनियादी ढांचागत विकास निधि से हो रहे कार्यों की समीक्षा जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने की।

नाबार्ड के कार्यो में न करें देरी

जिसमें अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नाबार्ड के कार्यो को तय समयसीमा के अंतर्गत पूर्ण करें। उन्होंने कहा जिन विभागीय अधिकारियों द्वारा नाबार्ड के कार्यो में देरी की जायेगी उनकी जिम्मेदारी भी तय की जायेगी। बताते चले कि ग्रामीण बुनियादी ढांचागत विकास निधि से 137 करोड की लागत के 64 कार्य प्रगति पर है। जिलाधिकारी ने कहा कि जो कार्य पूर्ण हो चुके है, उन कार्यो की उपयोगिता प्रमाण पत्र नाबार्ड व अर्थ संख्याधिकारी को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने धीमी गति पर चल रहे कार्यो के लिए कार्यदायी संस्थाओं को नोटिस जारी करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि जो नाबार्ड के कार्य पूर्ण हो चुके है अथवा पूर्ण होने वाले है, उनका सत्यापन जांच टास्क फोर्स के माध्यम से कराने के भी निर्देश दिए।

दिए यह आवश्यक निर्देश

चालू वित्तीय वर्ष में नाबार्ड के ग्रामीण बुनियादी ढांचागत विकास निधि से 25 करोड के 16 योजनायें स्वीकृत हुई है, जिसमें शिक्षा के 02, लघुडाल के 03, लघु सिंचाई के बाढ सुरक्षा कार्य 04, लोनिवि की ग्रामीण सड़कें 05 व उद्यान विभाग में 968 पॉलीहाउस तथा ग्रामीण निर्माण विभाग की एक ग्रामीण सड़क स्वीकृत हुई है, जिनमें शीघ्र टेण्डर करते हुए कार्य कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए साथ ही कार्य प्रारंभ की सूचना नाबार्ड व मुख्य विकास अधिकारी को देने के निर्देश भी दिए। उन्होंने लोनिवि, सिंचाई, शिक्षा, ग्रामीण निर्माण विभाग, पशुपालन, लघु सिंचाई, लघुडाल, कृषि, मत्स्य, पेयजल, उद्योग, उद्यान, कौशल विकास व तकनीकि शिक्षा के अधिकारियों को नाबार्ड में योजना प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए।

यह लोग रहें मौजूद

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी उमेश तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, डीडीएम नाबार्ड गिरिश पंत, लीड बैक अधिकारी एनआर जौहरी, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, मुख्य कृषि रक्षा अधिकारी डॉ एनसी जोशी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश रावत, अधि0अभि0 लोनिवि राजकुमार, ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, सिंचाई केके सिंचाई, पान सिंह बिष्ट, लघु सिंचाई विमल सुंठा, पेयजल निगम वीके रवि, मत्स्य अधिकारी मनोज मियान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहें।