उत्तराखंड: उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर, होटल-हाइवे हुए ध्वस्त, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

उत्तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी के बीच मंगलवार रात मूसलाधार वर्षा हल्द्वानी में आपदा बनकर आई। काठगोदाम क्षेत्र में कलसिया नाले के किनारे चार मकान बह गए। पुलिस ने करीब 250 परिवारों को वहां से निकालकर नजदीकी इंटर कॉलेज में सुरक्षित पहुंचाया। हालात ऐसे बने कि नैनीताल रोड नाला बन गई और आवागमन घंटों थमा रहा। पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीमें पूरी रात शहर में घूमकर लोगों की मदद में जुटी रहीं। वास्तविक नुकसान का आकलन बुधवार को हो सकेगा।

नैनीताल के बलियानाला पहाड़ी पर भूस्खलन की आशंका बढ़ी

भारी वर्षा से नैनीताल के बलियानाला पहाड़ी पर भूस्खलन की आशंका बढ़ गई है। खतरे को देखते हुए एसडीएम ने देर रात पहाड़ी के मुहाने पर बसे हरिनगर क्षेत्र का निरीक्षण कर खतरे की जद में रह रहे परिवारों को धर्मशाला में विस्थापित करने का निर्देश दिया। वहीं भारी वर्षा से केदारनाथ हाईवे का 50 मीटर हिस्सा बहा, होटल भी ध्वस्त चारधाम यात्रा मार्ग भी लगातार अवरुद्ध हो रहा है।

हाईवे का 50 मीटर हिस्सा बह गया है

नारायणकोटी के पास गौरीकुंड (केदारनाथ) हाईवे का 50 मीटर हिस्सा बह गया है, जबकि यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट के पास भूस्खलन होने से आठ घंटे बंद रहा। इस कारण 300 तीर्थ यात्रियों के 50 से अधिक वाहन फंसे रहे। बदरीनाथ हाईवे भी गोविंदघाट बलदौड़ा के पास डेढ़ घंटा अवरुद्ध रहा। टिहरी में तोता घाटी के पास भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुआ बदरीनाथ हाईवे अभी नहीं बन पाया है।यहां से यातायात को गजा होते हुए देवप्रयाग भेजा रहा है।

गौरी कुंड हाईवे पर रामपुर में तीन मंजिला होटल ध्वस्त

गौरीकुंड हाईवे पर न्यालसू रामपुर में तीन मंजिला होटल चट्टान खिसकने से ध्वस्त हो गया। दरारें आने के कारण होटल इन दिनों बंद था। पौड़ी के दुगड्डा में भदालीखाल-मेरुवा मोटर मार्ग टूट गया। इसके मलबे से राजकीय प्राथमिक विद्यालय जखमलखोला का भवन धराशायी हो गया।

सात जिलों में वर्षा का आरेंज अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के सात जिलों में वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों के लिए यलो अलर्ट है। अलर्ट को देखते हुए बागेश्वर और नैनीताल जिला प्रशासन ने बुधवार को स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है।