अल्मोड़ा जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। अशासकीय शिक्षकों के तदर्थ सेवाओं को जोड़ने की मांग को लेकर तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति मुखर हो गई है। समिति ने बैठक कर तमाम समस्याओं पर चर्चा की। कहा कि शिक्षकों से किसी भी प्रकार की वसूली का विरोध किया जाएगा। विभागीय तौर पर जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दी।
विद्यालय के तदर्थ शिक्षकों ने विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से रखा
अल्मोड़ा इंटर कॉलेज के सभागार में आयोजित बैठक में उत्तराखंड माध्यमिक अशासकीय विद्यालय के तदर्थ शिक्षकों ने विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से रखा। जिलेभर के तदर्थ शिक्षकों की तदर्थ सेवा की अवधि को चयन और प्रोन्नत वेतनमान, पेंशन आगणन के लिए मान्य नहीं किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई।
निराकरण नहीं होने पर शिक्षकों ने विभागीय आदेशों के खिलाफ न्यायालय की शरण में जाने की दी चेतावनी
कहा कि शिक्षकों को चयन प्रोन्नत वेतनमान का लाभ उत्तर-प्रदेश के उप सचिव के आदेश आठ मार्च 1995 के अंतर्गत मिला है। लेकिन जिले के सभी तदर्थ शिक्षकों को तदर्थ सेवा का लाभ चयन प्रोन्नत व पेंशन के मामलों में नहीं दिया जा रहा है। जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर शिक्षकों ने विभागीय आदेशों के खिलाफ न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दी।
मौजूद रहे
यहां हीरा सिंह मेहरा, महेंद्र सिंह चौहान, कृष्णानंद जोशी, एनएस अधिकारी, पूरन अल्मियां, दीवान सिंह बिष्ट, संजय जोशी, दीपक नयाल, अमित बुधोड़ी, अशोक कुमार पंत, विक्रम सिंह बिष्ट, ललित मोहन जोशी, गिरीश चंद्र जोशी, ललित मोहन, मोहन सिंह बिष्ट, चंदन सिंह पोखरियाल आदि मौजूद रहे।