बागेश्वर जिले से जुड़ी खबर सामने आई है। अचानक बागेश्वर में खतरे का सायरन बज उठा। जिला कंट्रोल रूम को भूकंप से महर्षि विद्या मंदिर बिलौना का भवन क्षतिग्रस्त होने और ताकुला रोड पर बिलौना-पगना मार्ग के समीप पेड़ गिरने से यातायात ठप होने की सूचना मिली।अचानक पूरा प्रशासन अलर्ट हो गया। सड़क पर सायरन बजाते वाहन दौड़ने लगे और मौके पर खोज-बचाव का काम शुरू हो गया। भूकंप से बचाव कार्य के लिए हुए पूर्वाभ्यास के दौरान कुछ ऐसा ही मंजर देखने को मिला।
रिस्पांस टीम ने 10 सामान्य घायलों को रेस्क्यू और मलबे में दबे छह लोगों को बाहर निकालने का किया अभ्यास
कंट्रोल रूम से भूकंप के कारण महर्षि स्कूल का भवन क्षतिग्रस्त होने से करीब 28 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के प्रभावित होने की सूचना मिली थी। खबर मिलते ही डिग्री कॉलेज में बने स्टेजिंग एरिया से आपदा प्रबंधन, एनडीआरफ, अग्निशमन, एंबुलेंस समेत विभिन्न टीम राहत, बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंची। रिस्पांस टीम ने 10 सामान्य घायलों को रेस्क्यू और मलबे में दबे छह लोगों को बाहर निकालने का छद्म अभ्यास किया। भूकंप के दौरान शाॅर्टसर्किट से विद्यालय के एक भवन में आग लगने से अंदर 12 लोगों के फंसे होने सूचना मिली। क्विक रिस्पांस टीम ने रेस्क्यू चलाकर आग पर काबू पाया और 10 लोगों को सकुशल निकाला।
डीएम ने प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा और पूर्वाभ्यास को बताया सफल
मॉक ड्रिल के तहत भूकंप की सूचना मिलते ही डीएम अनुराधा पाल, आईआरएस के अधिकारी आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे और आईआरएस प्रणाली को प्रभावी किया। डीएम ने आपदा परिचालन केन्द्र में भूकंप के केंद्र और नुकसान की जानकारी ली। वह स्वयं भी स्टेजिंग एरिया और इंसीडेंट एरिया गईं। उन्होंने आपदा कंट्रोल रूम में पूरी टीम की ब्रीफिंग की और पूर्वाभ्यास को सफल बताया।
मौजूद रहे
इस मौके पर सीडीओ आरसी तिवारी, डीडीओ संगीता आर्या, असिस्टेंट कमांडर एनडीआरएफ प्रवीण कुमार ओझा आदि अधिकारी मौजूद रहे।