बागेश्वर: पर्वतीय क्षेत्रों में फूलों की खेती से बढ़ रहा रोजगार, डीएम ने की किसानों की सराहना

बागेश्वर से जुड़ी खबर सामने आई है। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने पर्वतीय क्षेत्रों में फूलों की खेती में रोजगार की अपार संभावनाएं व्यक्त करते हुए फूलों की खेती कर रहे किसानों की सराहना की है। मनकोट में फूलों की खेती कर रहे किसानों की खेती देख उत्साहित जिलाधिकारी ने कहा कि जो किसान जंगली जानवरों के भय से खेती नहीं कर पा रहे वे फूलों की खेती कर अपनी आजीविका बढ़ा सकते हैं।

डीएम ने दिए यह निर्देश

जिलाधिकारी ने फूलों की खेती कलस्टर आधारित करने के साथ ही किसानों को उन्नत किस्म के बीज व तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराने के निर्देश जिला उद्यान अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा अच्छी पैदावार होने से यहां के फूलों को बाहरी मंडियों में भेजा जा सकेगा, जिससे निःसंदेह हम कृषकों की आय में वृद्धि कर पाएंगे।

इस खेती से किया जा रहा प्रोत्साहित

इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह व सहायक उद्यान अधिकारी कुलदीप जोशी ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में फूलों की खेती में रोजगार की काफी संभावना है। उन्होंने बताया कि कलस्टर आधारित खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। विभाग द्वारा किसानों को बीज उपलब्ध कराने के साथ ही समय-समय पर तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाती है। वर्तमान समय में किसान राजेश चौबे से अन्य गांव के लोग प्रेरित होकर फूलों की खेती की ओर बढ़ रहे है। बताया कि बागेश्वर के साथ ही गरुड़ व कपकोट विकासखंड में भी फूलों की खेती हो रही। उन्होंने बताया कि किसान राजेश चौबे एक सीजन 15 से 16 क्विंटल फूलों का उत्पादन कर लगभग 1.5 लाख तक की आय कर लेते है। किसान फूलों की खेती के साथ ही सब्जी उत्पादन कर अच्छी आय अर्जित कर लेते हैं।

फूलों की खेती को बनाया रोजगार का जरिया

किसान राजेश चौबे व भारतेंदु चौबे ने बताया कि जिला प्रशासन व उद्यान विभाग के सहयोग से उन्होंने फूलो की खेती को ही अपना रोजगार का जरिया बनाया है। उन्होंने कहा बताया कि वह पिछले 8 साल से फूलो की खेती व सब्जी उत्पादन का कार्य कर रहे हैं। दीपावली व सहालग में फूलों की अच्छी डिमांड बताते हुए उत्साहित किसानों ने जिला प्रशासन व उद्यान विभाग से मिलने वाले निरंतर सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया।