देश दुनिया की खबरों से हम आपको रूबरू कराते रहते हैं। एक ऐसी खबर हम आपके सामने लाए हैं। स्पोर्ट्स जगत से बड़ी खबर सामने आई है। बैडमिंटन में भारतीय महिला टीम ने इतिहास रच दिया है।
चैंपियनशिप में जीता गोल्ड
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एशियन चैंपियनशिप जीतकर में पहली बार भारतीय महिला टीम ने जीतकर एतिहासिक रिकॉर्ड बना लिया है। पहली बार फाइनल में पहुंची भारतीय महिला टीम ने आज रविवार को खिताबी मुकाबले में थाईलैंड को 3-1 से हराया और पहला बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप खिताब जीता। भारत ने पहली बार (मेंस और विमेंस) इस चैंपियनशिप में गोल्ड जीता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 2016 से खेली जा रही चैंपियनशिप का यह 5वां एडिशन था। भारतीय महिला टीम चैंपियनशिप में पहली बार कोई मेडल जीती है। वहीं मेंस टीम इससे पहले 2016 और 2020 में ब्रॉन्ज जीत चुकी है।
खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन
इसमें खिलाड़ी पीवी सिंधु ने 17वीं रैंकिंग वाली सुपानिडा काटेथोंग को 21-12, 21-12 से हराकर भारतीय खिताब की शानदार शुरुआत की। दूसरे राउंड में त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने एक बार फिर अपना शानदार प्रदर्शन दिखाया। दुनिया की 23वें नंबर की भारतीय बैडमिंटन जोड़ी ने 10वीं रैंकिंग वाली जोंगकोलफान कितिथाराकुल और राविंडा प्राजोंगजई को 21-16, 18-21, 21-16 से हराकर भारत को 2-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद दूसरे एकल मुकाबले में थाईलैंड की खिलाड़ी के खिलाफ अश्मिता चालिहा को 21-11, 21-14 से हार मिली। भारत की प्रिया कोन्जेंगबम और श्रुति मिश्रा बेन्यापा को ऐम्सार्ड और नुंटाकर्ण ऐम्सार्ड से 21-11, 21-9 से हार मिली, जिससे यह मुकाबला फाइनल मैच तक चला गया। इस निर्णायक मैच में दुनिया की 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्नपिचा चोइकीवोंग का सामना करते हुए, BWF बैडमिंटन रैंकिंग में 472वें स्थान पर मौजूद किशोरी ने हार नहीं मानी और 21-14, 21-9 से जीत हासिल कर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अपना अहम योगदान दिया। 17 वर्षीय खिलाड़ी अनमोल खरब ने निर्णायक मुकाबले में अपने से ऊंची रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वी को हराकर भारत को रोमांचक जीत दिलाई।