पीएम मोदी ने वाराणसी में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मिशन का किया शुभारंभ, उत्‍तर प्रदेश में नौ चिकित्‍सा महाविद्यालयों का किया एकसाथ लोकार्पण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को  वाराणसी में महत्‍वाकांक्षी प्रधानमंत्री आयुष्‍मान भारत बुनियादी ढांचा मिशन का शुभारंभ किया। इस परियोजना की कुल लागत 64 हजार एक सौ 80 करोड रुपये है। परियोजना की शुरूआत करने के बाद वाराणसी के मेहंदीगंज में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्‍मान भारत बुनियादी ढांचा मिशन का उद्देश्‍य अगले चार-पांच वर्षों में गांवों से ब्‍लॉक, जिले से क्षेत्रीय और राष्‍ट्रीय स्‍तर तक महत्‍वपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य नेटवर्क को मजबूत करना है।

इस मिशन के तहत उनकी सरकार अग्रणी रूप से देश के कोने-कोने में इलाज और क्रिटिकल केयर यूनिट का नेटवर्क तैयार करेगी

श्री मोदी ने कहा कि इस मिशन के तहत उनकी सरकार अग्रणी रूप से देश के कोने-कोने में इलाज और क्रिटिकल केयर यूनिट का नेटवर्क तैयार करेगी।प्रधानमंत्री ने खेद व्‍यक्‍त किया कि जिनकी सरकारें लम्‍बे समय तक देश में रहीं उन्‍होंने देश की स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली के सर्वांगीण विकास के बजाय इसे सुविधाओं से वंचित रखा। श्री मोदी ने कहा कि यह मिशन भविष्‍य में महामारियों के खतरे से निपटने के लिए एक प्रणाली स्‍थापित करेगा। उन्‍होंने कहा कि इस मिशन के तहत गांवों और शहरों में स्‍वास्‍थ्‍य तथा अरोग्‍य केंद्र खोले जाएंगे तथा इन केंद्रों में मुफ्त चिकित्‍सा परामर्श, जांच और दवा जैसी सुविधाएं उपलब्‍ध होंगी। श्री मोदी ने कहा कि गंभीर बीमारियों के लिए छह सौ जिलों में 30 हजार नए क्रिटिकल केयर से संबंधित बिस्‍तर जोडे जा रहे हैं।

15 बीएसएल प्रयोगशालाओं से इस नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी

उन्‍होंने कहा कि देश के सात सौ 30 जिलों को एकीकृत जन-स्‍वास्‍थ्‍य प्रयोगशाला और तीन हजार प्रखंडों में प्रखंड स्‍तर पर जन-स्‍वास्‍थ्‍य इकाइयां खोली जाएंगी। श्री मोदी ने कहा इसके अलावा पांच क्षेत्रीय राष्‍ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्रों, 20 महानगर इकाईयों तथा 15 बीएसएल प्रयोगशालाओं से इस नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि इस मिशन के तहत महामारियों का अध्‍ययन करने के लिए मौजूदा शोध संस्‍थानों का विस्‍तार किया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए पांच हजार एक सौ 89 करोड से अधिक की लागत की 28 विकास परियोजनाओं और कार्यों को भी समर्पित किया।

यह लोग रहे मौजूद

इस अवसर पर राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ तथा केंद्रीय और स्‍वास्‍थ्‍य परिवार कल्‍याण मंत्री मनसुख मांडविया भी उपस्थित थे।

उत्‍तर प्रदेश में नौ चिकित्‍सा महाविद्यालयों का एकसाथ लोकार्पण किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सोमवार को उत्‍तर प्रदेश में नौ चिकित्‍सा महाविद्यालयों का एकसाथ लोकार्पण किया। सिद्धार्थनगर में जनसभा को सम्‍बोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का दिन विशेष है जो उत्‍तरप्रदेश और देश के लोगों के लिए आरोग्‍य संबंधी दो सौगात लेकर आया है। श्री मोदी ने कहा कि सिद्धार्थनगर में नौ चिकित्‍सा महाविदयालयों का उदघाटन किया जा चुका है और कुछ ही क्षणों में वाराणसी में स्‍वास्‍थ्‍य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की बडी योजना की शुरूआत की जायेगी।

योगी आदित्‍यनाथ सरकार की सराहना की

प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल में चिकित्‍सा महाविदयालयों के खुल जाने से स्‍वास्‍थ्‍य का बुनियादी ढांचा सुदृढ़ होगा। इन चिकित्‍सा महाविदयालय अस्‍पतालों में ढाई हजार बिस्‍तरों की सुविधा उपलब्‍ध होगी और पांच हजार से अधिक चिकित्‍सकों तथा पैरामेडिकल स्‍टाफ के लिए रोजगार के अवसर उपलब्‍ध होंगे। प्रधानमंत्री ने पूर्वांचल में मस्तिष्‍क ज्‍वर यानी इंसेफ्लाइटिस रोग से निपटने के लिए योगी आदित्‍यनाथ सरकार की सराहना की। उन्‍होंने कहा कि पूर्वांचल स्‍वास्‍थ्‍य के बुनियादी ढांचे का एक नया केन्‍द्र बनकर उभरेगा।

पिछली सरकारों ने कल्‍याण योजनाओं को अमल में लाने के लिए केन्‍द्र से सहयोग नहीं किया

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्‍तरप्रदेश में पिछली सरकारों ने कल्‍याण योजनाओं को अमल में लाने के लिए केन्‍द्र से सहयोग नहीं किया। उनका केवल एक ही उददेश्‍य था कि अपने परिवारों का भला कैसे हो। उन्‍होंने कहा कि मौजूदा सरकार की कल्‍याण योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंच रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकारों ने अपने कार्यकाल में केवल छह मेडिकल कॉलेज खोले थे। जबकि पिछले साढे चार वर्षों में योगी आदित्‍यनाथ सरकार के शासनकाल में बने चिकित्‍सा महाविदयालयों की संख्‍या बढ़कर 16 हो गई है। बीस और नये मेडिकल कॉलेज बनाये जा रहे हैं।